हिन्दुस्तान अपने पड़ोसी ममालिक पर जो मग़रिबी एशिया से मशरिक़ी एशिया तक फैले हुए हैं, ख़ुसूसी ज़ोर दे रहा है, एक पुरअमन और ख़ुशहाल दुनिया की तामीर के लिए अपनी ज़िम्मेदारियों को तकमील कररहा है।
वज़ीर-ए-ख़ारिजा सुषमा स्वराज ने लोक सभा और राज्य सभा में वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी के दौरा ब्राज़ील के बारे में अज़खु़द बयान देते हुए कहा कि नई हुकूमत सरगर्मी से फ़ैसलाकुन अंदाज़ में पालिसी पर अमल पैरा है , हालाँकि उसे बरसर-ए-इक़तेदार आए कुछ ही दिन हुए हैं।
हुकूमत, अपोज़िशन कांग्रेस ने ज़ोर दिया है कि वज़ीर-ए-आज़म ब्रिक्स की चोटी कॉन्फ्रेंस के बारे में बयान दें। इस पर वज़ीर-ए-ख़ारिजा सुषमा स्वराज ने जवाबी वार करते हुए साबिक़ वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने अपने दौर-ए-इक़तेदार में पाँच ब्रिक्स चोटी कॉन्फ्रेंस सों में शिरकत की थी, लेकिन उन्होंने पार्लियामेंट में कोई बयान नहीं दिया था।
उन्होंने कहा कि वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी ब्रिक्स चोटी कॉन्फ्रेंस से और रुकन ममालिक के क़ाइदीन से मुलाक़ात पर मुतमइन हैं। जुनूबी अमरीका के क़ाइदीन से मुलाक़ात भी इतमीनान बख़श रही। सुषमा स्वराज ने कहा कि हिन्दुस्तान अपने पड़ोसी ममालिक पर ख़ुसूसी ज़ोर दे रहा है।
तफ़सीलात का इन्किशाफ़ करते हुए उन्होंने ब्रिक्स के किरदार को अहम क़रार दिया , जो आलमी मआशी फ़रोग़ इस्तिहकाम, मआशी तरक़्क़ी , वसाइल की क़िल्लत के शिकार ममालिक और आलमी अमन के लिए बहुत अहम है।