‘फतेह का फतवा’ पर रोक लगाने वाली याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट ने मोदी सरकार से मांगा जवाब

नई दिल्ली। जी न्यूज़ के टीवी शो ‘फतेह का फतवा’ पर रोक लगाने की मांग करने वाली याचिका पर दिल्ली उच्च न्यायालय ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय से जवाब माँगा है। याचिका में आरोप लगाया गया है कि कार्यक्रम से दो समुदायों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा मिल रहा है।

चीफ जस्टिस जी रोहिणी और जस्टिस संगीता ढींगरा सहगल ने जी न्यूज़ चैनल को भी नोटिस जारी किया है। चैनल से भी इस बारे में प्रतिक्रिया देने के लिए कहा गया है। आरोप है कि टीवी प्रोग्राम के होस्ट कनाडाई नागरिक तारिक फतेह शो के जरिए मुस्लिमों और गैर मुस्लिमों के बीच शत्रुता बढ़ाने की कोशिश की है।

एडवोकेट मोहम्मद फरहान और फराह हाशिमी ने हिफजुर रहमान खान की ओर से दायर जनहित याचिका में कहा है कि इस कार्यक्रम से देश में सांप्रदायिक तनाव बढ़ता जा रहा है जिससे फतेह का फतवा शो पर अदालत से बैन लगाने का अनुरोध किया गया है। इस जनहित याचिका में है कि पाकिस्तान में जन्में तारेक फतह के विवादास्पद का शो ज़ी न्यूज़ पर प्रसारण हो रहा है जिसके प्रस्तोता तारेक फतह हैं। वे हिंदुत्व से सम्बद्ध समूहों के लिए पोस्टर बॉय बने हुए हैं और भारतीय मुस्लिम समुदाय का दुष्प्रचार कर रहे हैं।

जनहित याचिका में याचिकाकर्ता ने सम्बद्ध यूट्यूब पर डाली गई सामग्री को हटाने का भी अनुरोध किया है। तारिक अपने विचारों के लिए विवादों में रहे हैं। दिल्ली में गत दिनों चल रहे उर्दू महोत्सव में उनके साथ हाथापाई की खबरें भी आई थीं। उनकी सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियों को बुलाया गया। घटना के आयोजकों ने कहा कि उनको आधिकारिक तौर पर आमंत्रित नहीं किया गया था लेकिन वह व्यक्तिगत तौर पर वहां आये थे।