कहा जाता है दिल्ली की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से हो कर गुज़रता है। ऐसे में नोटबंदी के बाद यूपी चुनाव का इंतज़ार उत्तर प्रदेश की जनता ही नहीं पुरे देश की जनता कर रही है। इस बीच चुनाव आयोग के रुख से उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव फरवरी में होने की प्रबल संभावना दिख रही है। चुनाव आयोग ने शुक्रवार को हुई बैठक में प्रदेश सरकार से यूपी बोर्ड 2017 की परीक्षाओं का विस्तृत कार्यक्रम मांगा है। चुनाव आयोग 15 दिसम्बर को लखनऊ में माध्यमिक शिक्षा विभाग के अफसरों के साथ बैठक कर बोर्ड परीक्षा का कार्यक्रम तय करेगा।
परीक्षा कार्यक्रम मांगा दिल्ली में हुई बैठक में चुनाव आयोग ने यूपी बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे मुख्य निर्वाचन अधिकारी के साथ बैठक कर परीक्षा कार्यक्रम तय करें और चुनाव आयोग को भेजें। शुक्रवार को दिल्ली में हुई बैठक में माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक अमरनाथ वर्मा व मुख्य निर्वाचन अधिकारी टी वेंकटेश शामिल हुए।
चुनाव आयोग के साथ बैठक के बाद देर शाम प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी टी.वेंकटेश ने बताया कि अब उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट का परीक्षा कार्यक्रम आयोग से बात करके ही अंतिम रूप दिया जाएगा। चुनाव आयोग के कड़े रुख के बाद माना जा रहा है कि चुनाव फरवरी में ही होंगे। यूपी बोर्ड परीक्षा कार्यक्रम तय करने के बाद आयोग की अनुमति के लिए भेजेगा। उम्मीद की जा रही है कि 24 दिसंबर तक चुनाव की अधिसूचना जारी हो जाये।