नई दिल्ली: फिल्म अभिनेता फरहान अख्तर ने फिल्म ऐ दिल है मुश्किल को विवाद से बचाने के लिए जिस तरह फिरौती जैसे कदम उठाए गए, इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। ऐसा करके फरहान ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे को आईना दिखाने का भी काम किया है। फरहान अख्तर ने कहा है कि फिल्म रईस को रिलीज करने के लिए सेना के राहत कोष में पांच करोड़ रुपये देने का सवाल ही पैदा नहीं होता.
न्यूज़ नेटवर्क समूह प्रदेश 18 के अनुसार फरहान अख्तर से जब फिल्म ऐ दिल है मुश्किल की तरह सेना के राहत कोष में पैसे देने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि सेना ने इस तरह से दी जाने वाली राशि को लेने से इनकार कर दिया है, इसलिए वे ऐसा करने के पक्ष में नहीं हैं।
आपको बता दें कि रईस फिल्म में शाहरुख़ खान, माहिरा खान और नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी मुख्य भूमिका में हैं और माहिरा खान पाकिस्तानी कलाकारा हैं फरहान अख्तर इस फ़िल्म के निर्माता हैं। फिल्म में माहिरा के काम करने की वजह से विवाद शुरू हुआ है।
उल्लेखनीय है कि फ़िल्म ऐ दिल है मुश्किल का मनसे और अन्य संगठनों ने काफी विरध किया था लेकिन CM फर्नविस, राज ठाकरे व करण जोहर की बैठक में मनसे का सेना के राहत कोष में 5 करोड़ रूपए देने से विरोध खत्म हुआ वरना उन्होंने धमकी दी थी कि फ़िल्म को रिलीज़ नहीं होने देंगे.