पटना : जिला कल्याण शाख से करोड़ों रुपये की फर्जी निकासी के मामले में मुलजिमों ने गलत नाम व पता से बैंक में खाता खुलवा लिया. फर्जी दस्तावेज की बुनियाद पर कैसे खाता खुला, इस नुक्ते पर भी एसआइटी की टीम ने जांच शुरू कर दी है. पुलिस को इस बात का भी अंदेशा है कि इतने बड़े रैकेट में बैंक से जुड़े मुलाजिम भी शामिल हो सकते है. हालांकि इस सिलसिले में फिलहाल पुलिस की जांच अधूरी है. पुलिस यह मान कर चल रही है कि पूरे घोटाले के पीछे एक बड़ा रैकेट काम कर रहा है, जो बैंक के अंदर से लेकर तमाम जगहों पर सरगर्म है. क्योंकि बैंक में खाता आसानी से नहीं खुलता है
उसके लिए कुछ जरूरी अमल होती है. खाता खुलवाने के लिए बैंक में दरख्वास्त देना पड़ता है. बैंक उनके पते और पहचान की तसदीक करती है. इसके बाद खाता से मुतल्लीक कागजात को उस पते पर भेजा जाता है. इसके बाद उन कागजात को वापस लेकर फिर बैंक में दरख्वास्तगुजार आते है और तब खाता खुलता है.