इजराइल के हमलों का हर रोज सामना कर रहे फिलिस्तीनियों के लिए तुर्की में एक आपातकालीन ओआईसी की बैठक आयोजित की गयी थी.जिसमे ओआईसी के सभी देशों की मौजूदगी होती है।
फार्स न्यूज के अनुसार फिलीस्तीन पर इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) की असाधारण बैठक सऊदी किंग सलमान की अनुपस्थिति में शुक्रवार को इस्तांबुल में आयोजित की गई थी,इस बैठक में सभी बड़े नेता मौजूद थे लेकिन किंग सलमान की अनुपस्तिथि बहुत सारे सवाल खड़े करती है।
ओआईसी सम्मेलन के अंत में जारी घोषणा ने अमेरिकी दूतावास को यरूशलेम अल-कुड्स में शिफ्ट होने को “गैरकानूनी” बताया और कहा की यह निर्णय क्षेत्र में अराजकता को ट्रिगर कर सकता है।
48 देशों द्वारा हस्ताक्षरित घोषणा पत्र में कहा गया है की “एक बार फिर पूरे मुस्लिम देशो ने अल-कुड्स और हरम अल-शरीफ की पवित्रता और ऐतिहासिक स्थिति को संरक्षित करने के महत्वपूर्ण महत्व की पुष्टि की है.” घोषणा पत्र में बताया गया है की “मुस्लिम देश एक बार फिर एकता और एकजुटता से वैश्विक स्तर पर फिलिस्तीन की रक्षा करेंगे।
फार्स न्यूज के अनुसार सऊदी राजा और पीए अध्यक्ष की अनुपस्थिति में हुए सम्मेलन के दौरान, जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय तुर्की के राष्ट्रपति रसेप तय्यिप एर्दोगान और ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी के कतरी अमीर तामीम बिन अहमद अल-थानी के बगल में बैठे थे।ओआईसी की बैठक में किंग सलमान की अनुपस्तिथि बहुत सारे सवाल खड़े करती है।
ईरानी मीडिया के अनुसार कई लोगों का कहना है की सऊदी अरब इजराइल के पक्ष में है तो कई किंग सलमान की अनुपस्तिथि का अनुमान बिन सलमान की मौत से लगा रहे हैं, क्योंकि इन दिनों ईरानी मीडिया कह रही है की सऊदी रॉयल पैलेस पर हुए हमलों में क्राउन प्रिंस बिन सलमान की मौत हो गयी थी जिस वजह से किंग सलमान भी ओआईसी की बैठक में शामिल ना हुए हों।