फलों को पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड के इस्तेमाल पर पाबन्दी

हैदराबाद 03 मार्च:रियासत तेलंगाना में फलों को जल्द से जल्द पकाने (खाने के काबिल बनाने) के लिए कैल्शियम कार्बाइड के इस्तेमाल से सेहत खराब होने से अवाम-ओ-ताजिरान मेवा में शऊर बेदार करने में समाजी ज़िम्मेदारी के तौर पर मीडिया
(सहाफ़त) से अपना ज़िम्मेदाराना रोल अदा करते हुए हुकूमत के इक़दामात में भरपूर तआवुन करने की प्रिंसिपल सेक्रेटरी महकमा-ए-सेहत-ओ-तबाबत राजेश्वर तीवारी ने ख़ाहिश की।

रियासती हाईकोर्ट की हिदायात के मुताबिक़ मुख़्तलिफ़ इक़साम के मेवों को जल्द खाने के काबिल बनाने (पकाने के लिए) मैं ताजिरान मेवा की तरफ से कैल्शियम कार्बाइड का इस्तेमाल करने से रोकने की बेदारी पैदा करने में सहाफ़ती नुमाइंदों के साथ महकमा-ए-सेहत-ओ-तबबात और महिकमा इत्तेलाआत-ओ-तालुकात-ए-आमा की तरफ से मुशतर्का तौर पर सेक्रेट्रियट में मीटिंग मुनाक़िद किया गया।

इस मौक़ा पर इज़हार ख़्याल करते हुए प्रिंसिपल सेक्रेटरी महकमा-ए-सेहत-ओ-तबाबत राजेश्वर तीवारी ने कैल्शियम कार्बाइड के इस्तेमाल से होने वाले नुक़्सान असरात के ताल्लुक़ से प्रिंट मीडिया में मज़ामीन की इशाअत और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में स्क्रॉललिंगस के अलावा मबाहिस मुनाक़िद करके अपना तआवुन करने की सहाफ़ती नुमाइंदों से ख़ाहिश की और कहा कि अवाम को मेवों की ख़रीदी से पहले होशयारी का मुज़ाहरा करने कार्बाइड के ज़रीये ना पकाए जाने की तसदीक़ कर लेने की सख़्त ज़रूरत है और ताजरीन मेवा को भी अपनी दुकानात पर कार्बाइड का इस्तेमाल ना किए हुए मेवा-जात का इज़हार करते हुए इत्तेला तहरीर करके अवाम को वाक़िफ़ करवाने की हिदायात दि और साथ ही साथ ताजिरान मेवा और मेवे के बड़े कारोबार करने वाले ट्रेडर्स अगर कार्बाइड का इस्तेमाल करने की सूरत में क़ानून फ़ूड सिक्योरिटी के तहत सख़्त कार्रवाई करने की भी वार्निंग दिया।