फलों को पकाने के लिए तीन भट्टियों के क़ियाम का फ़ैसला

हैदराबाद 20 अगस्त: हैदराबाद हाईकोर्ट की तरफ से अहकामात और फलों की दुक्कानात पर मुतवातिर धावे किए जाने के बाद महिकमा बाग़बानी बेदार हुआ है और उसने रियासत तेलंगाना में फलों को पकाने वाले तीन चैंबर्स ( भट्टियां ) क़ायम करने का फ़ैसला किया है। आम तौर पर फलों के बयोपरी फलों को पकाने के लिए बड़े पैमाने पर कैल्सियम कारबाईड और दुसरे मज़र्रत रसाँ केमिकल का इस्तेमाल करते हैं ख़ासकर आम को जल्द से जल्द पकाने के लिए कारबाईड का इस्तेमाल किया जाता है जो सेहत के लिए मुज़िर होता है।

रियासती बाग़बानी मिशन के तहत ये फ़ैसला किया गया हैके तेलंगाना के तीन मुक़ामात बोधन, खम्मम और हैदराबाद में एक , एक फल पकाने वाली भट्टियां क़ायम की जाएं।

प्रिंसिपल सेक्रेटरी ( ज़राअत) सी पार्था सारथी की ज़ेर क़ियादत मुनाक़िदा मीटिंग में महिकमा ज़राअत और बाग़बानी से ताल्लुक़ रखने वाले ओहदेदारों ने शिरकत की और ये फ़ैसला किया गया के जो दुकानदार भारी मिक़दार में फलों को पकाने के लिए कारबाईड का इस्तेमाल करते हैं ये इन्सानी सेहत के लिए मुज़िर होता है।

बयोपोरियों के इस अमल को रोकने के लिए धावे किए जा रहे हैं। ज़राए के मुताबिक़ हुकूमत की तरफ से क़ायम किए जानेवाले फलों को पकाने वाली भट्टियों में सिर्फ एथीलन गैस का इस्तेमाल किया जाएगा जिससे कोई मज़र्रत रसाँ केमिकल ख़ारिज नहीं होता, ये गैस फलों को पकाने के लिए मुफ़ीद है।

एथीलन गैस का इस्तेमाल करते हुए आम को चार दिन में पकाया जा सकता है इस से सारिफ़ीन को कोई नुक़्सान नहीं होगा। बाग़बानी मिशन के तहत फल पकाने की भट्टी क़ायम करने के लिए एक लाख रुपये फ़राहम किए जाऐंगे।

एक टन गुंजाइश वाली भट्टी तैयार की जाएगी। किसानों को जुमला लॉगती रक़म का 10 फ़ीसद हिस्सा ख़र्च करना होगा और 60फ़ीसद बैंक से क़र्ज़ दिया जाएगा जिसमें 30 फ़ीसद की सब्सीडी मिलेगी।