फ़लक नुमा बस डिपो के तारीख़ी बाब उल दाखिला की तज़ईन नौ

फ़लक नुमा बस डिपो इंजन बाउली का बाब उल दाखिला आजकल हर किसी की तवज्जा का मर्कज़ बना हुआ है । वहां से गुज़रने वाले की नज़र जब इस बाब उल दाखिला पर पड़ती है तो वो कुछ देर के लिये रुक कर इस कमान ( बाब उल दाखिला ) का नज़ारा ज़रूर करता है ।

फ़लक नुमा बस डिपो के बाब उल दाखिला को देख कर एसा लग रहा है कि इस इलाक़ा में फिर से आसिफ़ जाहि दौर की शान-ओ-शौकत(ठाट बाट) लौट आई है । क़ारईन आप को बतादें कि फ़लकनुमा बस डिपो इंजन बाउली के बाब उल दाखिला यह कमान का तारीख़ी आसार में शुमार होता है ।

1884 को तामीर की गई ये कमान महिकमा आसार क़दीमा के साथ महिकमा आर टी सी और तारीख़ी आसार की हिफ़ाज़त के लिये सरगर्म रहने का दावा करनेवाली तनज़ीमों की ग़फ़लत का शिकार बनी हुई थी

लेकिन 12 जुलाई 2012 का दिन इस कमान यह बाब उल दाखिला के लिये अहम साबित हुआ जब आर टी सी के मैनिजिंग डायरैक्टर-ओ-नायब सदर नशीन जनाब ए के ख़ां आई ए इस ने बस डिपो का दौरा किया ।

ए के ख़ां ने बाब उल दाखिला को देखते ही इस के फ़न तामीर और ख़ूबसूरत नक़्श-ओ-निगार को देख कर हैरत में डूब गए । अबदुल क़य्यूम ख़ां ने महसूस किया कि फ़लक नुमा बस डिपो के बाब उल दाखिला की तज़ईन नौ बहुत ज़रूरी है ताकि उस की शान-ओ-शौकत और वक़ार को दुबारा अवाम के सामने लाया जाय ।

चुनांचे उन्हों ने डिपो मैनिजर बी रमेश और दीगर आला ओहदेदारों को हिदायत दी कि फ़ौरी तौर पर इस ग़ैर मामूली ख़ूबसूरत कमान (बाब उल दाखिला ) की तज़ईन नौ का काम शुरू किया जाय । फ़लक नुमा बस डिपो के मैनिजर बी रमेश से हम ने बात की ।

उन्हों ने बताया कि आज आप इस बाब उल दाखिला को हर किसी की तवज्जा का मर्कज़ बने हुए जो देख रहे हैं दर असल वो मिस्टर ए के ख़ां का कारनामा है । बी रमेश ने जिस तरह बताया यक़ीनन वैसा ही तमाम शाम के औक़ात में कमान ख़ुसूसी रोशनी से ख़ूबसूरत मंज़र पेश कर रही थी ।

बी रमेश के मुताबिक़ ए के ख़ां की हिदायत के दूसरे दिन से ही तज़ईन नौ का काम शुरू कर दिया गया था । इस काम के लिये गुजरात और मुंबई से ख़ुसूसी तौर पर कैमीकलस मंगवाए गए ।

इस से पहले आर टी सी ने माहिरीन की एक टीम तशकील दी जिस ने बड़े ही ख़ुश उसलूबी से इस नाज़ुक काम को पाए तकमील तक पहुंचाया । जिस टीम ने इस कमान को साबिक़ा हालत पर लौटाया है ।

इस में अकज़ेकेटिव डायरैक्टर ए कोटेश्वर राव रीजनल मैनिजर एन वेंकटेश्वर , डेवेझ़नल मैनिजर सूची रीता , डिप्टी एकज़ेकटिव इनजीनयरस डी एस एन राजू शामिल हैं ।

क़ारईन आप ख़ुद ही पहले की और मौजूदा तस्वीर देख कर फ़र्क़ महसूस करसकते हैं कि आर टी सी ने किस तरह महारत से इस कमान की ख़ूबसूरती बहाल करने में कामयाबी हासिल की ।