फ़लस्तीनी दरख़ास्त बराए ममलकत, सलामती कौंसल से रुजू

अक़वाम-ए-मुत्तहिदा, 25 सितंबर (पी टी आई) अक़वाम-ए-मुत्तहिदा सैक्रेटरी जनरल बाण की।मून ने फ़लस्तीन की उसे एक ममलकत के तौर पर तस्लीम करने केलिए दाख़िल करदा दरख़ास्त को सदर सलामती कौंसल से रुजू करदिया है, जहां अमरीका ने ऐसी कोई क़रारदाद को वीटो करदेने की धमकी दी है। फ़लस्तीन केलिए मुकम्मल रुकनीयत का इन्हिसार 15 रुकनी सलामती कौंसल में नौ मनज़ोरा वोटों के साथ साथ पाँच मुस्तक़िल अरकान के इत्तिफ़ाक़ राय पर ही। फ़लस्तीनी अथार्टी के सदर महमूद अब्बास ने कल जनरल असैंबली के 66 वें सैशन से अपने ख़िताब से ऐन क़बल बाण से मुलाक़ात की और अपनी दरख़ास्त पेश की कि फ़लस्तीन को इस आलमी इदारा के एक मुकम्मल मैंबर की हैसियत से क़बूल करलिया जाय जिस की असास 4 जून 1967-की सरहदें हूँ जिस में यरूशलम इस का दार-उल-हकूमत हो। मैं सैक्रेटरी जनरल से अपील करता हूँ कि हमारी दरख़ास्त को सलामती कौंसल से आजलाना तौर पर रुजू किया जाय और मैं सलामती कौंसल के मुअज़्ज़िज़ अरकान से अपील करता हूँ कि हमारी मुकम्मल रुकनीयत के हक़ में वोट दें, अब्बास ने अपने ख़िताब में ये बात कही। मैं फ़लस्तीन को तस्लीम ना करनेवाली तमाम मुमलकतों से भी मौक़िफ़ बदलने की अपील करता हूँ । ये इस्तिदलाल पेश करते हुए कि तमाम गुज़श्ता अमन कोशिशें इसराईली हुकूमत के संगदिलाना मौक़िफ़ से टकरा कर बार बार नाकाम हुई हैं, अब्बास ने कहा कि वो मुकम्मल अक़वाम-ए-मुत्तहिदा रुकनीयत चाहने पर मजबूर हुए हैं। अमरीका ने सलामती कौंसल में यकतरफ़ा फ़लस्तीनी सुई को वीटो करदेने का अज़म करते हुए कहा कि इसराईल और फ़लस्तीनीयों के दरमयान बातचीत ही अमन और अलहदा ममलकत केलिए वाहिद हक़ीक़ी राह है।