फ़लस्तीन पर नाम इजलास की मंसूख़ी हिंदूस्तान का शदीद एतराज़

नाम पिया नल इजलास जो रमला में मुनाक़िद होने वाला था मंसूख़(रद्द) किए जाने पर हिंदूस्तान ने शदीद एतराज़ किया और कहा कि इस इजलास का मक़सद फ़लस्तीनी अवाम की इन के जायज़ मक़ासिद में मदद करना था ।

वज़ारत उमूर ख़ारिजा (विदेश मंत्रालय)के तर्जुमान सय्यद अकबर उद्दीन ने ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों को बताया कि हम ने इस बात पर शदीद एतराज़ किया है कि हमें फ़लस्तीनी अवाम के साथ इस इजलास के ज़रीया इज़हार यगानगत का मौक़ा नहीं दिया गया ।

उन्हों ने कहा कि लम्हा आख़िर में ये इजलास मंसूख़ किया गया है । इसराईल ने पाँच ममालिक के नुमाइंदों को मक़बूज़ा मग़रिबी किनारे में दाख़िले की इजाज़त देने से इनकार करदिया जिस की वजह से रमला में होने वाले इस इजलास को मंसूख़ करना पड़ा ।

ना वाबस्ता तहरीक (नाम) के 12 नुमाइंदे इस इजलास में शिरकत करने वाले थे।