फ़लस्तीन मआशी बोहरान से दो-चार

मग़रिबी किनारा, ‍‍०१ नवंबर (ए पी) वज़ीर-ए-आज़म फ़लस्तीन के क़रीबी ओहदेदार ने कहा कि वो मुस्ताफ़ी होने की धमकी दे रहे हैं। सरकारी ओहदेदार के बमूजब ( मुताबिक) वज़ीर-ए-आज़म सलाम फैय्याज़ का ख़्याल है कि उन्होंने दीगर सयासी ग्रुप्स की जानिब से काफ़ी ताईद ( समर्थन) हासिल नहीं की है।

चुनांचे फ़लस्तीनी अथॉरीटी को मआशी बोहरान ( आर्थिक संकट) से बचाने से क़ासिर (असमर्थ ) हैं। सलाम फैय्याज़ बैन-उल-अक़वामी ( अंतर्राष्ट्रीय) सतह के माहिर मआशियात हैं, जिन का इंतिहाई एहतिराम किया जाता है। वो टैक्सेस में इज़ाफ़ा करने और मुलाज़मीन की तनख़्वाहें देर से अदा करने पर मआशी बोहरान की वजह से मजबूर हो गए हैं, लेकिन महमूद अब्बास की अलिफ़ता तहरीक की ज़ेर-ए-क़ियादत अवामी एहतिजाज में सलाम फैय्याज़ को इस सूरत-ए-हाल का ज़िम्मेदार क़रार दिया गया है जिस की सदर ने तरदीद ( खंडन) की है।