क़ाहिरा 9 फ़रवरी ( एजेंसीज़) हम्मास के रहनुमा ख़ालिद मशअल क़ौमी इत्तिहादी हुकूमत के क़ियाम के लिए फ़लस्तीनी सदर महमूद अब्बास से बात-चीत का आग़ाज़ कर रहे हैं। ख़ालिद मशअल का कहना है कि फ़लस्तीन में सदारती और पारलीमानी इंतिख़ाबात के सिलसिले में भी तययारीयां शुरू कर दी गई हैं।
हम्मास ग़ज़ा और अल फ़तह ग़र्ब उर्दन में हुकमरान है और इन दोनों ग्रुपों में कशीदगी की वजह से फ़लस्तीन में कई बरस से सदारती या पारलीमानी इंतिख़ाबात के लिए क़ौमी सतह पर वोटिंग नहीं हो सकी।
अल फ़तह और हम्मास के दरमयान दो साल पहले मुसालहत का एक मुआहिदा तय पाया था जिस के तहत निगरां हुकूमत का क़ियाम और उस की मदद से मई साल 2012 में नए इंतिख़ाबात का इनेक़ाद तय हुआ था।