फ़लस्तीन में हालात कशीदा, इसराईली पुलिस सख़्त चौकस

सन 1948 में इसराईली क़ब्ज़े में जाने वाले फ़लस्तीनी इलाक़े कफरकना में इतवार को रात देर गए तक मुश्तइल फ़लस्तीनी मुज़ाहिरीन और इसराईली फ़ौज के दरमयान झड़पें जारी रहीं। इसराईली पुलिस ने ग्रीन लाईन के अंदर वाक़े इलाक़ों में दो माह क़ब्ल ग़ज़ा पर मुसल्लत जंग के बाद पहली मर्तबा हाई अलर्ट किया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ मक़्बूज़ा फ़लस्तीनी क़स्बे कफर कना में पिछले एक रोज़ से हालात बदस्तूर कशीदा हैं। ये कशीदगी उस वक़्त पैदा हुई जब मुक़ामी आबादी ने बैतुल मुक़द्दस और मस्जिदे अक्सा के ख़िलाफ़ इसराईली हुकूमत के ज़ालिमाना इक़्देमात के ख़िलाफ़ कारोबार बंद हड़ताल का एलान करने के साथ एहतेजाजी मुज़ाहिरों का एलान किया था।

इतवार के रोज़ कफर कना और बाअज़ दूसरे मुक़ामात पर इसराईली पुलिस और फ़लस्तीनी मुज़ाहिरीन के माबैन आंखमिचौली का सिलसिला जारी रहा। अंदरून फ़लस्तीन की मुक़ामी समाजी तंज़ीमों और ताजिर बिरादरी ने मज़ीद 24 घंटे के लिए कारोबारी सरगर्मीयां बंद रखने का एलान किया है।

इसराईली वज़ीरे आज़म ने बैतुल मुक़द्दस में हालिया कशीदगी की ज़िम्मेदारी फ़लस्तीनी अथार्टी के सरब्राह महमूद अब्बास और दीगर फ़लस्तीनी मुज़ाहमती ग्रुपों पर आइद की जो उन के बाक़ौल इंतेहापसंदी और दहश्तगर्दी के फ़रोग़ में मुलव्विस हैं।