वाशिंगटन: अमेरिकी प्रशासन के एक उच्च अधिकारी ने मंगलवार को कहा है कि वाशिंगटन इजराईल और फिलिस्तीन के बीच शांति समझौते तक पहुंचने के लिए अब दो राज्य समाधान आधारित हल का पाबन्द नहीं रहा. इजराइली प्रधानमंत्री के व्हाइट हाउस के हाल की यात्रा के बाद सामने आने वाला यह रुख इस मामले में अमेरिका की ऐतिहासिक साबित कदमी के विरुद्ध है.
व्हाइट हाउस के उक्त वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अमेरिकी प्रशासन आज के बाद इजराइल और फिलिस्तीन के बीच विवाद के हल के लिए किसी भी समझौते की शर्तों को लागू कराने की कोशिश नहीं करेगी. तय पाया कि दोनों पक्षों के बीच किसी भी समझौते का समर्थन करेगी. अधिकारी ने कहा कि दो राज्यों के आधार पर ऐसा हल जिस से शांति नहीं आ सके इसे कोई भी नहीं चाहता. उन्होंने कहा कि उद्देश्य शांति है चाहे ये दो राज्य समाधान से प्राप्त हो या किसी अन्य तरीके से. मुख्य बात यह है कि यह दोनों पक्षों की चाहत से हो.
उधर फिलिस्तीनी मुक्ति संगठन के उच्च अधिकारी हुनान अशरावी ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प की तरफ से दो राज्य समाधान का समर्थन समाप्त किए जाने से मध्य पूर्व शांति प्रक्रिया को नुकसान पहुंचेगा. उन्होंने इस को गैर जिम्मेदाराना अमल क़रार दिया है.
समाचार एजेंसी एएफपी ने फिलिस्तीनी मुक्ति संगठन (पीएलओ) के वरिष्ठ नेता हुनान अशरावी के हवाले से खबर दी है कि अमेरिका की तरफ से इजराइल-फिलीस्तीन संघर्ष के दो राज्य समाधान से पीछे हटने से क्षेत्र में शांति प्रक्रिया को नुकसान पहुंचेगा. हनान अशरावी ने कहा कि यह समझ से ऊपर है. यह कोई जिम्मेदाराना नीति नहीं है और इस तरह शांति के प्रयास प्रभावित होंगे. उन्होंने कहा कि इजराइल और फिलीस्तीन विवाद के समाधान के लिए कोई वैकल्पिक रास्ता पेश किए बिना दो राज्य समाधान से पीछे हट जाना उचित नहीं है.