हुकूमत तेलंगाना की जानिब से तलबा की फ़ीस बाज़ अदायगी के मुताल्लिक़ जारी ग़ौरो ख़ौज़ से ऐसा महसूस होता है कि नई पॉलिसी तलबा के लिए नुक़्सानदेह साबित होगी। हुकूमत की जानिब से प्रोफ़ेशनल कोर्सेस में तालीम हासिल करने वाले तलबा को मुकम्मल फ़ीस बाज़ अदायगी की स्कीम ख़तरा में नज़र आ रही है।
चूँकि हुकूमत इस बात पर ग़ौर कर रही है कि तलबा को फ़ीस बाज़ अदायगी के लिए हद मुक़र्रर की जाए चूँकि एस सी, एस टी, बी सी और अक़लीयती तलबा को फ़राहम की जाने वाली स्कॉलरशिप्स इन तमाम तलबा को हासिल हो रही है जो ए ज़मुरा यानी सरकारी कौंसलिंग के ज़रीए दाख़िला हासिल करने में कामयाब हो रहे हैं।
रियासत में इंजीनीयरिंग कॉलेजेस में मौजूद एक लाख से ज़ाइद नशिस्तों के सबब ज़ाइदाज़ 30 फ़ीसद तलबा को हुकूमत की जानिब से फ़ीस बाज़ अदायगी के हुसूल की तवक़्क़ो पैदा हो रही है और हुकूमत की जानिब से ये फ़ीस अदा करनी पड़ रही है।
चूँकि बेशतर तलबा जोकि माली एतबार से हुकूमत की शराइत के मुताबिक़ सदाक़त नामा आमदनी पेश कर रहे हैं उन्हें फ़ीस की इजराई हुकूमत की ज़िम्मेदारी होती जा रही है।
रियास्ती हुकूमत अगर इस तरह के शराइत नाफ़िज़ करती है तो ऐसी सूरत में हुकूमत को फ़ायदा हासिल होगा लेकिन बड़ी तादाद में ग़रीब तलबा जोकि आला तालीम का ख़ाब पूरा कर रहे थे उन्हें नुक़्सान बर्दाश्त करना पड़ेगा।