नई दिल्ली। 27मई (पी टी आई)। क़ौमी ग़िज़ाई तमानियत बिल के बारे में आइन्दा कार्रवाई की हिक्मत-ए-अमली का फैसला तवक़्क़ो है कि जारीया हफ़्ता करलिया जाएगा। सरकारी ज़राए ने इस बिल की मंज़ूरी के लिए पार्ल्यमेंट का ख़ुसूसी इजलास तलब करने के इमकानात को भी मुस्तर्द नहीं किया।
कांग्रेस के आला सतही क़ाइदीन इमकान है कि इस तारीख साज़ बिल के सिलसिले में पेशरफ़्त के तरीक़े के बारे में अपना ज़हन बना चुके हैं। इस बिल और हुसूल अराज़ी बिल को बरसर-ए-इक़तिदार पार्टी खेल तब्दील करने वाले बिल समझती है और इसका ख़्याल है कि इन बिल्स की मंज़ूरी के बाद आइन्दा इंतेख़ाबात में राय आम्मा उसकी ताईद में होजाएगी जब कि आम इंतेख़ाबात के लिए एक साल से भी कम वक़्त बाक़ी रह गया है।