आलमी नंबर एक नवाक़ जोकोविच और 16 मर्तबा के ग्रांड सलाम चैम्पियन राजर फ़ेडरर 26 वीं मर्तबा फ्रेंच ओपेन के सेमीफाइनल में एक दूसरे के जुमा को मद्द-ए-मुक़ाबिल होंगे।
जैसा कि गुज़शता रोज़ खेले गए सनसनीखेज़ क्वार्टरफाइनल मुक़ाबलों में एक लम्हा ऐसा भी आया था जहां दोनों ही खिलाड़ी टूर्नामेंट से बाहर होने के क़रीब पहूंच चुके थे। लेकिन पाँच सेटों पर मुश्तमिल( शामिल) मुक़ाबलों में फ़ेडरर और जोकोविच ने कामयाबी हासिल की। जोकोविच ने फ़्रांस के जो विल्फ्रेड सोंगा के ख़िलाफ़ चौथे सेट में 4 मैच प्वाईंट बचाते हुए मुक़ाबला में 6-1,5-7,5-7,7-6,6-1 की कामयाबी हासिल की जबकि दूसरी जानिब राजर फ़ेडरर ने भी इबतिदाई ( प्रारम्भिक) दो सेटों में शिकस्त बर्दाश्त करने के बावजूद अर्जनटीना के यान मार्टिन डील पोट्रो को 3-6,6-7,6-2,6-0,6-3 से शिकस्त दी।
हालाँकि 2009 यू एस ओपेन चैम्पियन शिप के फाईनल में डील पोट्रो ने फ़ेडरर को हैरानकुन शिकस्त से दो-चार किया था। फ़ेडरर और जोकोविच की फ़्रैंच ओपन 2012 के सेमीफाइनल में रसाई (पहुँच) और जुमा को होने वाले इस एक और यादगार टकराव से गुज़शता बरस के सेमीफाइनल का इआदा होगा जहां फ़ेडरर ने जोकोविच के 43 मुक़ाबलों में नाक़ाबिल-ए-शिकस्त रहने के सिलसिला को रोका था।
जोकोविच 43 बरस की तारीख़ में ऐसे पहले खिलाड़ी होने से दो मुक़ाबला दूर हैं जिन्होंने मुतवातिर चारों ग्रांड सलाम हासिल किए हैं। दूसरी जानिब फ़ेडरर अपने 17 वें ग्रांड सलाम ख़िताब के तआक़ुब में हैं। फ़ेडरर और जोकोविच के दरमयान ताहाल खेले गए मुक़ाबलों में फ़ेडरर को 14-11 की सबक़त ( बढत) ज़रूर हासिल है लेकिन हालिया अर्सा में सरबीयाई टेनिस स्टार जोकोविच के मुज़ाहिरों और फ़ार्म की बुनियाद पर उन्हें पसंदीदा खिलाड़ी क़रार दिया जा सकता है।
जुमा को खेले जाने वाले सेमीफाइनल के फ़ातिह खिलाड़ी को इस बात का एहसास भी है कि एतवार को उन्हें फाईनल में एक और सख़्त चैलेंज का सामना रहेगा। जैसा कि उमीदों के ऐन मुताबिक़ नताइज बरक़रार रहे तो फिर फाईनल में 6 मर्तबा के चैम्पियन राफ़ल नडाल उन के हरीफ़ ( प्रतिद्वंदी) होंगे।
फ़ेडरर और जोकोविच में कोई भी खिलाड़ी यहां रोनालड गेरूज़ में नडाल को शिकस्त देने में कामयाब नहीं हो सका जैसा कि यहां 49 फ़ुतूहात हासिल करने वाले नडाल को 2009 में चौथे राउंड में रॉबिन सोडरलिंग के ख़िलाफ़ शिकस्त बर्दाश्त करनी पड़ी थी। जोकोविच और फ़ेडरर के दरमयान खेले जाने वाले पहले सेमीफाइनल में किसी भी खिलाड़ी को पसंदीदा क़रार नहीं दिया जा रहा है क्योंकि इस मुक़ाबला में दोनों ही खिलाड़ियों के लिए कामयाबी के मुसावी मौक़े दस्तयाब हैं।