फ़ेडरर लंदन ओलम्पिक में सुनहरी कामयाबी के ख़ाहां

16 मर्तबा के ग्रांड सलाम चैम्पियन राजर फ़ेडरर के इनामात की अलमारी में तक़रीबन दुनिया के हर बड़े एज़ाज़ात मौजूद हैं ताहम ये अलमारी ओलम्पिक में सिंगल्स मुक़ाबलों की गोल्ड मेडल की मुंतज़िर (प्रतीक्षक/ इंतेज़ार) है जैसा कि आइन्दा माह लंदन में मुनाक़िद ( आयोजित) शुदणी ओलम्पिक में फ़ेडरर गोल्ड मेडल के हुसूल के ख़ाहां हैं।

बीजिंग में गुज़शता मुनाक़िदा ओलम्पिक में फ़ेडरर ने अपने हमवतन टेनिस खिलाड़ी स्टान ववरिंका (Stan Wawrinka,) के हमराह गोल्ड मेडल जीता है । सीज़न के तीसरे ग्रांड सलाम विंबलडन ओपेन के चंद दिनों बाद ही लंदन ओलम्पिक का आग़ाज़ ( शुरू) हो रहा है और फ़ेडरर इस मर्तबा गोल्ड मेडल के हुसूल (परिणाम) के ख़ाहां हैं।

विंबलडन में फ़ेडरर ने 16 मर्तबा ख़ताबात हासिल किए हैं लेकिन 17वें ग्रांड सलाम के हुसूल (परिणाम) के लिए उन्हें इन दिनों जद्द-ओ-जहद करनी पड़ रही है क्योंकि आख़िरी मर्तबा उन्हों ने 2010 में ऑस्ट्रेलियन ओपन खिताब हासिल किया था । हालिया दिनों में आलमी नंबर एक नोवाक जोकोविच और राफ़ल नडाल ( Novak Djokovic and Rafael Nadal )की टेनिस दुनिया पर हुक्मरानी की वजह से भी फ़ेडरर को 17वीं ग्रांड सलाम के हुसूल में काफ़ी तवील ( लंबा/ ज्यादा) इंतिज़ार करना पड़ रहा है ।

2010 सिडनी ओलम्पिक में पहली मर्तबा मेरिका से मुलाक़ात के बाद अब फ़ेडरर के पास दो जुड़वां बेटियां कई एज़ाज़ात ओलम्पिक में डबल्स गोल्ड मेडल और मिलियन्स डालर्स बैंक बैलेंस सब कुछ मौजूद है ताहम रवां सीज़न वो ओलम्पिक़्स में सिंगल्स मुक़ाबलों का गोल्ड मेडल हासिल करना चाहते हैं ।

इस ख़सूस में इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए फ़ेडरर ने कहा है कि चौथी मर्तबा ओलम्पिक में शिरकत करना ख़ुद एक एज़ाज़ है ताहम इस मर्तबा मुझ पर किसी किस्म का दबाव नहीं चूँकि मैंने बीजिंग ओलम्पिक में पहले ही डबल्स में मुल्क के लिए गोल्ड मेडल हासिल कर लिया है।

फ़ेडरर का कहना है कि ये एक शानदार टूर्नामेंट होगा और वो दबाव में खेलने के बजाय टूर्नामेंट से लुत्फ़ अंदोज़ होने पर तवज्जा मर्कूज़ कर चुके हैं । बीजग ओलम्पिक में राफ़ल नडाल ने गोल्ड मेडल जीता है और इसके बाद जो ख़ुशी उन्होंने मनाई इससे अंदाज़ा होता है कि टेनिस खिलाड़ियों के लिए गोल्ड मेडल की कामयाबी कितनी एहमीयत की हामिल है ।

फ़ेडरर ये अच्छी तरह जानते हैं कि वक़्त तेज़ी के साथ गुज़र रहा है और ख़ुसूसन जून और जुलाई इन के लिए काफ़ी एहमीयत के हामिल हैं । क्योंकि जून में विंबलडन शुरू होगा जब कि जुलाई में लंदन ओलम्पिक का आग़ाज़ ( शुरू) हो रहा है लिहाज़ा वो इन दो माह के दौरान विंबलडन ख़िताब के ज़रीया 17वां ग्रांड सलाम और लंदन ओलम्पिक में सुनहरी कामयाबी के ज़रीया सिंगल्स में गोल्ड मेडल हासिल कर सकते हैं ।

ओलम्पिक में फाईनल से क़ब्ल खेले जाने वाले तमाम मुक़ाबलों में नतीजा तीन सीटों पर अख़ज़ (प्राप्ती) कर लिया जाता है जब कि ग्रांड सलाम में नतीजा के हुसूल के लिए पाँच सेट के क़वाइद मौजूद हैं । फ़ेडरर जिन्होंने दो मर्तबा ओलम्पिक की इफ़्तेताही तक़रीब में अपने मुल्क के दस्ता की नुमाइंदगी करते हुए स्विटज़रलैंड का पर्चम थामा है और इस मर्तबा भी अगर फ़ेडरर इफ़्तेताही तक़रीब में अपने मुल्क के दस्ता की क़ियादत ना करें तो ये हैरानकुन फ़ैसला होगा ।