फ़ौज के ख़िलाफ़ गिलानी के ब्यान को पारलीमानी रिकार्ड से हज़फ़ करने का मुतालिबा

ईस्लामाबाद 31 दिसम्बर (पी टी आई) पाकिस्तान के अप्पोज़ीशन लीडर चौधरी निसार अली ख़ान ने आज कहा कि वज़ीर-ए-आज़म यूसुफ़ रज़ा गिलानी के इन रिमार्कस को पारलीमानी रिकार्ड से हज़फ़ करदिया जाना चाहिए, जिन में उन्हों ने फ़ौज की मुज़म्मत करते हुए मुल्क में उसामा बिन लादन की मौजूदगी का पता चलाने में नाकामी का इल्ज़ाम आइदकिया था। चौधरी निसार अली ख़ान ने कहा कि मिस्टर गिलानी के रिमार्कस को मुसल्लहअफ़्वाज के ख़िलाफ़ चार्ज शीट के तौर पर इस्तिमाल किया जा सकता है ।

पाकिस्तान मुस्लिम लीग नून ) के क़ाइद चौधरी निसार ने क़ौमी असैंबली के ऐवान-ए-ज़ेरीं मैं प्वाईंटआफ़ आर्डर के दौरान ख़िताब करते हुए मज़ीद कहा कि पाकिस्तान में अलक़ायदा सरबराह की मौजूदगी के बारे में वज़ीर-ए-आज़म की तरफ़ से दिए गए ब्यान को बैन-उल-अक़वामी बिरादरी हमारी मुसल्लह अफ़्वाज के ख़िलाफ़ चार्ज शीट के तौर पर इस्तिमाल करसकती है ।

वज़ीर-ए-आज़म ने रिकार्ड पर ये ब्यान दिया है । चुनांचे उन्हें अपना ब्यान वापिस लेना होगा या फिर उन के रिमार्कस को ऐवान के रेकॉर्ड्स से हज़फ़ किया जाना चाहिए। गिलानी ने 22 दिसम्बर को 2 अलग अलग तक़ारीर करते हुए फ़ौज की सख़्त मुज़म्मत की थी। मिस्टर गिलानी ने उसामा बिन लादन की 6 साल तक पाकिस्तान में मौजूदगी का फ़ौज की जानिब से सुराग़ ना लगाए जाने पर सवालात उठाए थे।

उन्होंने ये सवाल भी किया था कि अलक़ायदा सरबराह कुमलक में दाख़िल होने का वीज़ा किस ने दिया था। बावर किया जाता है केफ़ौजी सरबराह जनरल इशफ़ाक़ परवेज़ क्यानी के क़रीबी साथी ख़ालिद नदीम लोधी ही मिस्टर गिलानी का असल निशाना थे।