ईस्लामाबाद 2 जनवरी (एजैंसीज़) पाकिस्तान की ताक़तवर फ़ौज सदर-ए-पाकिस्तान आसिफ़ अली ज़रदारी को बरतरफ़ करना चाहती है लेकिन इस ने फ़ौजी बग़ावत के इमकानात की तरदीद करदी है और इस के बजाय क़ानूनी फ़ैसला की उम्मीद रखती है जिस के ज़रीया पाकिस्तानी पार्लीमैंट में ज़रदारी की सरज़निश की जाएगी।
तजज़िया कारों और फ़ौज के दाख़िली हलक़ों के बमूजब ज़रदारी को एक और धक्का पहुंचा जबकि पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने ज़रदारी की जानिब से पाकिस्तानी फ़ौज की बग़ावत की रोक थाम के लिए अमरीका की मदद तलब करने के लिए खु़फ़ीया मरासला रवाना करने की तहक़ीक़ातकेलिए एक अदालती कमीशन क़ायम किया है। मुबय्यना तौर पर ज़रदारी ने इस के इव्ज़ पाकिस्तान में अफ़्ग़ान शोरिश पसंदों को कुचल देने का तयक्कुन दिया है।
मुलक के अहम तरीन महिकमा सुराग़ रसानी आई ऐस आई को क़ाबू में करने का भी वाअदा किया है।ताहम हुकूमत ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसला पर नज़रसानी के लिए दरख़ास्त पेश की जाएगी और उन की पाकिस्तानी पीपल्ज़ पार्टी पार्लीमैंट में सब से ज़्यादा नशिस्तें रखती है। दीगर इक़दामात के इलावा तवक़्क़ो है कि फ़ौज अपने सयासी हलीफ़ों को इमरान ख़ान की सयासी पार्टी में शामिल होने की तरग़ीब देगी।
आई ऐस आई ने सरबराह फ़ौज जनरल इशफ़ाक़ परवेज़ क्यानी को मश्वरा दिया है कि पांचवीं फ़ौजी बग़ावत की अवामी मुख़ालिफ़त का अंदेशा है। बैरूनी माली इमदाद भी मस्दूद हो जाएगी जिस के नतीजा में अदायगीयों के तवाज़ुन का बोहरान पैदा हो जाएगा।