फ़्रांसीसी गलूकारा ( गायिका) का क़बूल इस्लाम

पेरिस, ०२ अक्टूबर ( एजेंसी) फ़्रांस में हुकूमत ने अवामी मुक़ामात पर ख्वातीन के इस्लामी हिजाब ओढ़ने पर इमतिना आइद ( प्रतिबंध) किया है और इस की ख़िलाफ़वरज़ी पर कई मुस्लिम ख़वातीन को सज़ाएं भी सुनाई गई लेकिन एक फ़्रांसीसी गुलूकारा (गायिका) ने इस्लामी तालीमात से मुतास्सिर ( प्रभावित) होकर मज़हब इस्लाम क़बूल कर लिया और अपने ही मुल़्क की मुक़र्ररा पाबंदीयों को नजर अंदाज़ करते हुए एक टी वी चैनल पर इस्लामी हिजाब ओढ़ कर नमूदार ( सामने )हुई ।

माज़ी की मारूफ़ गुलूकारा मीलनई जॉर्जिया देस जो दयाम सन् के नाम से शोहरत रखती हैं बताया कि उन्होंने क़ुरआन मजीद को पढ़ कर और समझ कर इस्लाम क़बूल किया है । हिजाब के बारे में इन की राय ये है कि ये एक शरई ( धार्मिक) हुक्म है और इसकी तामील करते हुए उन्हें बेइंतिहा ( बेहद) इतमीनान-ओ-मुसर्रत हासिल होती है ।

उन्होंने हिजाब के साथ टी वी चैनल पर पेश होकर अपने कई ग़ैर मुस्लिम मद्दाहों को मायूस कर दिया । उन्होंने कहा कि पहली मर्तबा ख़ुदा के आगे सजदा रेज़ होने से उन्हें जो कलबी सुकून हासिल हुआ वो अलफ़ाज़ में ब्यान नहीं कर सकतीं। इन का ये अक़ीदा है कि अल्लाह के सिवा किसी के आगे नहीं झुकना चाहीए ।

दयाम सन ने कहा कि इस्लाम क़बूल करने से पहले वो नफ़सियाती और ज़हनी तनाव का शिकार थीं इसके लिए उन्होंने निशा आवर अदविया ( नशे की गोली) भी इस्तिमाल किया लेकिन अब उन की ज़िंदगी पूरी तरह तबदील हो ( बदल) गई है और वो ऐसी आदतों से छुटकारा हासिल कर चुकी हैं।