फ़्रांस में उल्मा ए दीन के दाख़िले पर पाबंदी

फ़्रांस ने सुन्नतुल इस्लाम के अहम आलम ए दीन के बिशमोल उल्मा ए दीन के एक ताक़तवर ग्रुप को फ़्रांस में दाख़िल होने से रोक दिया। ये उल्मा ए इक्राम एक कान्फ्रेंस में शिरकत के लिए फ़्रांस आ रहे थे। वज़ारत-ए-ख़ारजा फ़्रांस ने कहा कि इन उल्मा ए इक्राम को पेरिस के क़रीब ली बोरगेट मुक़ाम पर 6 से 9 अप्रैल मुनाक़िद होने वाली आलमी कान्फ्रेंस से ख़िताब करने फ़्रांस के इस्लामिक यूनीयन की जानिब से मदऊ किया गया था।

जिन उल्मा पर फ़्रांस के दौरा पर पाबंदी आइद की गई है , इनमें मिस्र के अहम आलम ए दीन यूसुफ़ अलक़रज़ावी भी शामिल हैं। बताया जाता है कि यूसुफ़ अलक़रज़ावी ने ही फ़्रांस का दौरा करने से इनकार किया है। फ़्रांस की जानिब से आइद कर्दा पाबंदी में मिस्र के इलावा फ़लस्तीन और सऊदी अरब के मुमताज़ उल्मा ए दीन भी शामिल हैं।

वज़ारत-ए-दाख़िला फ़्रांस ने एक ब्यान में कहा कि ये उलमा ए दीन नफ़रत और तशद्दुद पर मबनी तक़ारीर के ज़रीया जमहूरीया फ़्रांस के वसूलों की संगीन ख़िलाफ़वर्ज़ी करते हैं। जारीया तनाज़ुर में इन उल्मा का फ़्रांस में दाख़िल होना जोखिम भरा है। इनकी आमद से फ़्रांस की आम ज़िंदगी ख़लल पड़ सकता है।

सदर फ़्रांस निकोलस सरकोज़ी ने इस हफ़्ता के अवाइल में कहा था कि इन उल्मा ए दीन को किसी सूरत फ़्रांस में क़दम रखने नहीं दिया जाएगा। इनके ख़्यालात-ओ-नज़रियात फ़्रांस के इक़दार से मेल नहीं खाते। मुहम्मद मुर्राह अल्जीरियाई नज़ाद फ्रांसीस मुस्लिम की जानिब से हाल ही में यहूदी स्कूल पर फायरिंग करते हुए 7 अफ़राद को हलाक करने के इक़बाली ब्यान के बाद फ़्रांस में सूरत-ए-हाल कशीदा हो गई है।

जुनूबी फ़्रांस में एक यहूदी स्कूल पर इसने हमला किया था। मिस्र के आलम ए दीन शेख़ यूसुफ़ अलक़रज़ावी को मशरिक़ वुसता में काबिल-ए-एहतिराम मुक़ाम हासिल है। शरई क़वानीन पर इन का हफ़तावारी टी वी प्रोग्राम मशहूर है। अरब सेटेलाईट चैनल अल-जज़ीरा पर ये प्रोग्राम मक़बूल आम है। 86 साला अलक़रज़ावी पर अमेरीका में भी पाबंदी आइद है। इन पर इंतेहापसंदों से रवाबित का भी शुबा किया जाता है।

उन्हें बर्तानिया के दौरा से भी रोक दिया गया था जबकि वो 2008 में अपने तिब्बी मुआइना के लिए बर्तानिया का दौरा करना चाहते थे। अलक़रज़ावी पर दहश्तगर्दी की हिमायत का भी इल्ज़ाम है। 2004 में इनके दौरा बर्तानिया के दौरान यहूदीयों में खलबली मची थी और यहूदीयों ने इनके दौरा के ख़िलाफ़ एहतिजाज किया था।