फ़्रांस: रोज़ा रखने पर 4 मुसलमान मुलाज़मीन बरतरफ़ (बर्खास्त)

फ़्रांस में एक समर कैंप के चार इंस्ट्रक्टर्स को सिर्फ इस वजह से मुलाज़मत ( नौकरी) से बरतरफ़ ( बर्खास्त/ पदमुक़्त) कर दिया गया कि उन्होंने रोज़ा रखा हुआ था। इस ख़बर के बाद फ़्रांस की हुकूमत और मुल़्क की इस्लामी कम्यूनिटी के दरमयान एक मर्तबा फिर कशीदगी पैदा हो गई है।

गुज़श्ता बरस मुसलमानों और फ़्रांसीसी हुक्काम ने बुर्के पर पाबंदी लगा दी थी। हुक्काम ने जिन चार मुसलमानों को बरतरफ़ किया है उन को पेरिस के नवाह में एक समर स्पोर्ट कैंप में आरिज़ी ( अस्थायी) तौर पर मुलाज़मत पर रखा गया था। इन चारों को 20 जुलाई को पहले रोज़ा के मौक़ा पर बरतरफ़ ( पदमुक़्त) किया गया जब एक इन्सपेक्टर ने कैंप का दौरा किया।

इन्सपेक्टर ने इन मुलाज़मीन ( सेवक) से कहा कि वो सुबह से शाम कुछ खाए पिए बगै़र बच्चों की ज़िंदगीयों के लिए ख़तरा बन रहे हैं। बताया गया कि इन मुलाज़मीन को इस हफ़्ते की सारी तनख़्वाह अदा कर दी गई थी। ताहम ( यद्वपी) उन्होंने इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ लेबर कोर्ट में जाने का फ़ैसला किया है।

फ्रेंच कौंसल आफ़ मुस्लिम फ़ेथ ने हुक्काम के इस फ़ैसले को मग़रिबी आज़ादीयों पर हमला क़रार दिया और कहा कि वो जनीलोलर्स कौंसल के ख़िलाफ़ इमतियाज़ी (विशेष/ खास) सुलूक के इल्ज़ामात लगा कर कौंसल को कोर्ट में ले जाएगी। कौंसल के मुस्लिम रहनुमा मुहम्मद मोसीक़ाई ने कहा कि दुनिया के करोड़ों मुसलमान रमज़ान में रोज़े रख कर अपनी पेशावराना ज़िम्मेदारीयां अदा करते हैं जबकि मेयर जैक्स बोरगन ने हुक्काम के फ़ैसले का दिफ़ा ( हिफाजत/ रक्षा) किया है।