हुकूमत ने आज किफ़ायत शुआरी इक़दामात का उजागर करते हुए नए तक़र्रुत बंद करदिए, अपनी कान्फ़्रेंसों के फाईव स्टार होटलों में होने पर पाबंदी आइद किया और ओहदेदारों को एक्जिक्यूटिव क्लास के फ़िज़ाई सफ़र से रोक दिया जो मालियाती ख़सारा को क़ाबू से बाहर होने से रोकने की कोशिश है।
सुस्त मआशी तरक़्क़ी और अभी तक टैक्स वसुलियात में बे इतमीनानी के ख़िलाफ़ जद्द-ओ-जहद करते हुए हुकूमत ने मुख़्तलिफ़ नौईयत के इक़दामात सामने लाए हैं जो यक़ीनी बनाएंगे कि वज़ारतें और मह्कमाजात, नई गाड़ियां नहीं खरीदेंगे, नई नौकरियां तशकील नहीं देंगे और ना ही ज़ाइद से एक साल से मख़लवा जायदादों को पुर करेंगे।
वज़ारत फ़ीनानस ने आज एक सरकूवलर जारी किया जिस में ये इक़दामात शामिल हैं, जो ग़ैर मंसूबा जाती अख़राजात में 10% तक कटौती करेंगे। एक रोज़ पहले ही वज़ीर फ़ीनानस पी चिदम़्बरम ने मुख़्तलिफ़ वज़ारतों के मालियाती मुशीरों से मुलाक़ात करते हुए उन्हें तरग़ीब दें कि किफ़ायत शुआरी इख़तियार करने और इख़राजात को बजट निशाना के अंदरून रखने की ज़रूरत है।
इन इक़दामात का मक़सद मालियाती ख़सारा को 2013-14-ए-में बजट की मिक़दार 4.8% जी डी पी तक महिदूद रखना है। वज़ारत फ़ीनानस ने ये भी हिदायत दी है कि बैरून-ए-मुल्क जाने वाले वफ़ूद की जसामत को बिलकुल्लिया अच्छी सेहत रखा जाना चाहिए। हुकूमत 2008-09-ए-से किफ़ायत शुआरी इक़दामात रूबा अमल लाती रही है , जिस में नवंबर 2012-ए-के ताज़ा तरीन इक़दामात शामिल हैं।
चिदम़्बरम ने पहले से कहा था कि उन्होंने एक लकीर सुर्ख़ खींच रखी है और मालियाती ख़सारा को 2013-14-ए-में जी डी पी के 4.8% के निशाना से पार करने नहीं देंगे। मुख़्तलिफ़ किफ़ायत शुआरी इक़दामात में हुकूमत को मालियाती ख़सारा 4.9% जी डी पी तक लाने में मदद की है।