फायरिंग के वाक़ियात रोकने की ज़रूरत

श्रीनगर, ‍०४जनवरी: ( पी टी आई) ज़िला बारहमुल्ला में सी आई एस एफ़ की फायरिंग में एक नौजवान की हलाकत को बद बख्ता ना क़रार देते हुए सी पी आई ( ऐम) ने हुकूमत से मुतालिबा किया कि इस नौईयत के वाक़ियात की रोक थाम केलिए मूसिर इक़दामात किए जाने की ज़रूरत है।

सी पी आई ( ऐम) के रियास्ती सैक्रेटरी मुहम्मद यूसुफ़ तरीगामी ने कहा कि इस मुआमला में की गई गिरफ़्तारी का वो ख़ौरमक़दम करते हैं लेकिन इतना ही काफ़ी नहीं है।इस नौईयत की हलाकतों के वाक़ियात के रोक थाम की ज़रूरत है और अवाम को बुनियादी सहूलतें भी फ़राहम की जानी चाहिये। जब भी कोई हलाकत का वाक़िया होता है हम मुज़म्मत करके ख़ामोश बैठ जाते हैं।

जबकि ज़रूरत है इस की सख़्ती से रोक थाम की। याद रहे कि दो रोज़ क़बल सी आई ऐस एफ़ की फायरिंग में अलताफ़ अहमद सूद नामी नौजवान हलाक और दीगर दो अफ़राद ज़ख़मी हो गए थे। वो बर्क़ी क़िल्लत के ख़िलाफ़ एहतिजाज कररहे थी।

उन्हों ने कहा कि हुकूमत को रियासत की सयाहती सनअत का भी ख़्याल रखना चाहिये। बर्क़ी कटौती अगर इसी तरह जारी रही तो सय्याहों को भी यहां आने में पिस-ओ-पेश का सामना करना पड़ेगा।बर्क़ी सरबराही बुनियादी सहूलतों में शुमार की जाती है और इस की इफ़ादीयत से इनकार नहीं किया जा सकता। लिहाज़ा अगर बर्क़ी कटौती का इतलाक़ लाज़िमी होचुका है तो इस की मुद्दत को कम करने पर ग़ौर किया जा सकता है।