फायरिंग में नौजवान की हलाकत नाक़ाबिल माफ़ी

अवरी, ०४ जनवरी (पी टी आई) चीफ़ मिनिस्टर जम्मू-ओ-कश्मीर उमर अबदुल्लाह ने आज एहतिजाज के दौरान सी आई ऐस एफ़ की फायरिंग में एक नौजवान की हलाकत के वाक़िया की बिना पर सी आई एस एफ़ की शिद्दत से मुज़म्मत करते हुए इस हलाकत को क़तल क़रार दिया और इल्ज़ाम आइद किया कि गै़रज़रूरी और ग़ैर मुतनासिब ताक़त का इस्तिमाल नाक़ाबिल माफ़ी है चूँकि ये वाक़िया बर्क़ी तवानाई की क़िल्लत के ख़िलाफ़ एहतिजाज के दौरान कल बोनी यार में पेश आया है।

इस के ख़िलाफ़ वसीअ पैमाने पर अवामी ब्रहमी फैल गई। चीफ़ मिनिस्टर सरमाई दार-उल-हकूमत जम्मू से बज़रीया तैय्यारा यहां पहुंचे और महलूक अलताफ़ अहमद के अरकान ख़ानदान से देहात बारनाएत में मुलाक़ात की। उन्हों ने इन से कहा कि इन की हुकूमत सी आई एस एफ़ के हलाकत के ज़िम्मेदार अरकान अमला को सख़्त तरीन सज़ा-ए-दिलवाने की हर मुम्किन कोशिश करेंगे।

इस वाक़िया के चंद घंटे बाद सी आई एस एफ़ के 5 फ़ौजी गिरफ़्तार करलिए गए है। सी आई एस एफ़ की कार्रवाई को उमर अबदुल्लाह ने नाक़ाबिल माफ़ी क़रार देते हुए कहा कि कई यौम फायरिंग की गई थी, जिस में अलताफ़ हलाक होगया। ये किसी क़त्ल से कम नहीं है।

मौत के हालात उल-मनाक सदमा अंगेज़ और नाक़ाबिल माफ़ी हैं। चीफ़ मिनिस्टर जम्मू-ओ-कश्मीर ने इल्ज़ाम आइद किया कि सी आई एस एफ़ ने गै़रज़रूरी और ग़ैर मुतनासिब ताक़त इस्तिमाल की जो नाक़ाबिल माफ़ी है।

हुकूमत ख़ातियों को सख़्त से सख़्त सज़ा-ए-दिलवाने में कोई कोताही नहीं करेगी। ये उम्र अबदुल्लाह का महलूक के अरकान ख़ानदान से मुलाक़ात के लिए अव्वलीन दौरा था। उन्हों ने कहा कि अगर ज़रूरी हो तो रियास्ती हुकूमत अदालत से रुजू होने से भी गुरेज़ नहीं करेगी। मज़लूमों को इंसाफ़ दिलवाएगे।