Sexual Harassment के इल्ज़ाम में घिरे सुप्रीम कोर्ट के साबिक जस्टिस अशोक कुमार गांगुली के मामले में जम्मू कश्मीर के साबिक वज़ीर ए आला और मरकज़ के वज़ीर फारुख अब्दुल्ला ने ऐसा बयान दे डाला है जिससे तनाज़ा पैदा हो गया है फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि अब तो लड़कियों से बात करने में ही डर लगने लगा है कहीं हम ही न पहुंच जाएं जेल…
फारुख अब्दुल्ला से जब एके गांगुली मामले में जवाब मांगा गया तो उन्होंने कहा, अब तो ये हालत हो गई है कि आजकल लड़की से बात करने में भी डर लगने लगा है बल्कि हम तो समझते हैं कि हम में से अब किसी को खातून सेक्रेटरी ही नहीं रखनी है खुदा-ना-खास्ता हमारे खिलाफ शिकायत न हो जाए और हम ही जेल न पहुंच जाएं हालत ऐसा हो ही गया है | मैं मानता हूं कि हिंदुस्तान में रेप बढ़ गए हैं ऐसी बात नहीं है कि ऐसा नहीं है, मगर कहीं तो कोई रुकावट होनी चाहिए.
जब एक रिपोर्टर ने फारुख अब्दुल्ला से पूछा कि क्या आप लड़कियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं तो उन्होंने फरन ही अपने सुर बदल दिए और कहा, नहीं, मैं लड़कियों को जिम्मेदार नहीं ठहरा रहा हूं मैं इसके लिए समाज को जिम्मेदार ठहरा रहा हूं |
समाज ऐसी हालात में पहुंच गया है कि अब एक तरफ से दूसरी तरफ को दबाव बढ़ने लगा है अफसोस इस बात का है कि पहले तो रेप होना ही नहीं चाहिए | लेकिन हिंदुस्तान में ऐसे वाकियात बढ़ गये हैं | क्योंकि औरतों की तादाअद में कमी आई है, घर में अगर लड़का पैदा होता है तो हम खुश होते हैं वहीं लड़की के होने पर रोने लगते हैं, जबकि लड़कियों का भी समाज में होना बहुत जरूरी है |