दो ख़ानगी(private) यूनीवर्सिटीज़ ने जिन्हें मुबय्यना तौर पर साबिक़ इग्नू वाइस चांसलर वे एन राजशेखरन पिलाई की हिमायत हासिल है, पाँच साल के दौरान फासलाती तर्ज़ तालीम के मामले में क़वाइद(नियम) की ख़िलाफ़वरज़ी करते हुए तक़रीबन 1600 करोड़ रुपय की आमदनी हासिल की।
सी बी आई ज़राए ने तक़रीबन के दौरान पिलाई के पास से ज़बत शूदा दस्तावेज़ात के ज़रीये इस का इन्किशाफ़ किया। एजैंसी ये भी मालूम कररही है कि पंजाब टेक्नीकल यूनीवर्सिटी और सिक्किम मनीपाल यूनीवर्सिटी को फासलाती कोर्सेस चलाने की इजाज़त केलिए किया रुकमी तबादला भी हुआ है या नहीं।
एजैंसी के ओहदेदारों ने पहले ही पिलाई और दोनों यूनीवर्सिटीज़ के साबिक़ ओहदेदारों से पूछगिछ करली है। इमकान है कि आइन्दा चंद हफ़्तों में मज़ीद पूछताछ की जाएगी। सी बी आई ने दावा किया है कि सिक्किम मनीपाल यूनीवर्सिटी ने 400 करोड़ रुपय और पंजाब टेक्नीकल यूनीवर्सिटी ने इन कोर्सेस के ज़रीये क़वाइद(नियम) की ख़िलाफ़वरज़ी करते हुए200 करोड़ रुपय की आमदनी हासिल की।