पटना : अल्हाज हुसैन अहमद कादरी, नाजीमे आला जमीयत ओलमाय हिन्द बिहार ने एलेक्शन के बाद बिहार के मुखतलिफ़ मुकामात पर फिरका वाराना काशीदगी पर गहरी तशवीश का इज़हार किया है। उन्होने कहा की जिस तरह से फसताई ताकतों ने बिहार को ज़हर आलूद बनाने की कोशिश की थी हालांकि इस में उन्होने कामयाबी नहीं मिली बल्कि सेकुलर इत्तिहाद को कामयाबी हासिल हुई और एक बार फिर बिहार के बागडोर नीतीश कुमार के हाथ में आ गई। फसताई ताकतों की ज़बरदस्त शिकस्त से फसताई ताक़तें आग बगुला हैं और बिहार के फिरका वाराना हम अहंगी के माहौल को किसी भी हाल में मुकदर करना चाहती है और ये सिलसिला फुलवारी शरीफ, लालगंज, बेगूसराय के अलावा कई मक़ामत पर देखने को मिली।
कल का जो वाकिया पेश आया वो वैशाली जिला के लालगंज का है। इस पूरे वाकिए पर हम गौर करें तो ये पता चलता है की इसके मंसूबाबंदी सिर्फ मुसलमानों की जान व माल को तबाह व बर्बाद करने के लिए की गई थी क्योंकि जिस गाड़ी से हादसा हुआ वो मुसलमान की गाड़ी थी। हुकूमत को ऐसे वाकियात की रोक थाम के लिए एक वाजेह हिकमत अमली के साथ ठोस इकदिमात करना चाहिए। जनाब कादरी ने कहा की लालगंज वाकिया अफसोसनाक है और एक मखसूस फिरका के लोगों ने कानून अपने हाथ में लेकर अदम तहमिल से काम लिया और कई मकानात नज़र आतिश कर दिया। अगर कोई भी वाकिया होता है तो कानून का सहारा लेना चाहिए ये नहीं के एक की गलती का खामियाजा पूरा गाँव या पूरा फिरका भुगते। अगर इन सिलसिलों पर रोक नहीं लगाई गई तो जिस अज़म और जोश व खरोश के साथ नयी हुकूमत हलफबरदारी ले रही है उसके सामने नयी मुसीबतें खड़ा करने के साजिशें रची जाएंगी।