फिर पकड़ा जेएनयू मामले ने तूल, पुलिस ने तलब किए 5 कश्मीरी स्टूडेंट्स

नई दिल्ली: 9 फरवरी को दिल्ली की जेएनयू में हुए एक समारोह के दौरान भारत विरोधी नारे लगाए जाने के मामले में आरोपी पांच कश्मीरी स्टूडेंट्स से दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने कहा है कि वो इस मामले की जांच में उनका साथ दें। इन पांच स्टूडेंट्स में से 2 स्टूडेंट्स जेएनयू के हैं,

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2 स्टूडेंट्स जामिया मिलिया इस्लामिया से हैं और 1 अलीगढ यूनिवर्सिटी से है। जेएनयू द्वारा बनाई गई एक हाई लेवल जांच कमेटी ने जेएनयू में हुए इस इवेंट की जांच कर कहा है कि उस वक़्त वहां पहुंचे 10-15 बाहरी स्टूडेंट्स जिन्होंने अपने चेहरे एक कपडे के साथ कवर किये हुए थे उन्होंने भारत विरोधी नारेबाजी की थी। जिसकी पुष्टि सिक्योरिटी स्टाफ के साथ साथ वहां खड़े हुए चश्मदीद गवाहों ने भी की है। इसके साथ ही पुलिस ने 3 और कश्मीरी स्टूडेंट्स की पहचान की है जिन्होंने संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी की तीसरी वर्षगांठ के मौके पर आयोजित समारोह में राष्ट्र विरोधी नारेबाजी की। सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने उस समारोह की वीडियो फोरेंसिक जांच की फाइनल रिपोर्ट मिलने के बाद इन पांच कश्मीरी स्टूडेंट्स से पूछताछ करने का फैसला लिया है। 9 फरवरी को पुलिस ने जेएनयू से 3 स्टूडेंट्स को राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया था जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य। इस मामले की जांच कर रहे पुलिस जांच अधिकारी ने पिछले हफ्ते इन तीनों यूनिवर्सिटीज के प्रमुखों को लेटर भेज कर उन स्टूडेंट्स को पुलिस जांच में साथ देने के लिए कहा है। उमर खालिद से की गई जांच के मुताबिक पुलिस सभी आठ कश्मीरी सटटूडेंटस की पहचान कर ली है।