फिलिस्तीनी प्रधानमंत्री रमी अल-हमदल्लाह ने मंगलवार को मीडिया को बताया कि फिलिस्तीन का विदेशी वित्तीय समर्थन पूर्वानुमान से आधे के स्तर पर पहुँच गया है जिसके कारण इस साल के बजट मे भारी कटौती करनी पड़ेगी। कैबिनेट बैठक में सरकार को उम्मीद थी कि 2017 का बजट घाटा 1. 06 अरब अमरीकी डालर होगा जो सकल घरेलू उत्पाद का 15 प्रतिशत है। हमने उम्मीद की थी की हमे 1. 2 अरब डॉलर का बाहरी समर्थन मिलेगा परंतु अब तक केवल 640 मिलियन का समर्थन मिला है। सऊदी अरब अतीत में फिलीस्तीनियों का एक विश्वसनीय समर्थक रहा है। संयुक्त अरब अमीरात और तुर्की ने भी हमेशा फिलीस्तीन का समर्थन किया है, लेकिन रियाद हाल के महीनों में अपने योगदान में तेजी से कटौती कर रहा है। आमतौर पर सऊदी हर महीने फिलीस्तीन के बजट मे लगभग 20 मिलियन डॉलर का भुगतान करता है, लेकिन पिछले साल अप्रैल से उसने नियमित रूप से योगदान करना बंद कर दिया है और साथ मे राष्ट्रपति महमूद अब्बास पर राजनीतिक परिवर्तनों को लागू करने का दाबाव डालना भी शुरू कर दिया है। यूरोपीय संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका ने भी प्रत्यक्ष बजट समर्थन कम कर दिया है और अब वे केवल विशिष्ट क्षेत्रों मे हो रहे पसंदीदा विकास कार्यक्रमों में ही निवेश कर रहे हैं। कैबिनेट बयान में कहा गया है कि विदेशी अनुदान में 2017 में कुल कमी 765 मिलियन डॉलर की हुई है, जिससे सरकारी विभागों पर हर क्षेत्र मे कटौती करने का दबाव पड़ेगा। इस तरह की गिरावट हमें सभी क्षेत्रों में कठोर नीति अपनाने के लिए मजबूर करेगी। साल 2016 के बजट के अनुसार वित् मंत्रालय का 55 प्रतिशत खर्च फिलिस्तीनी प्राधिकरण के कर्मचारियों, शिक्षको, डॉक्टरों, पुलिस और राज्य सुरक्षा कर्मचारियों के वेतनों पर चला जाता है।