फिल्म ‘जुल्फीकार‘ रिलीज से पहले विवादों मे, बंगला मुसलमानों की चेतावनी, सिन व संवाद नहीं हटाया तो मचेगा बवाल

फिल्म ‘जुल्फीकार‘ रिलीज से पहले विवादों मे, बंगला मुसलमानों की चेतावनी, सिन व संवाद नहीं हटाया तो मचेगा बवाल
़़़़़़़़़नई दिल्ली। बंगाला भाषा की ब्लाक बस्टर फिल्म ‘जुल्फीकार‘ दूर्गा पूजा में रिलीज होने से पहले ही विवाद में फंस गई है। इसके संवाद और कुछ सिन को लेकर पश्चिम बंगाल का मुस्लिम समुदाय भड़का हुआ है। इसे हटाए बगैर फिल्म रिलीज करने पर बवाल मचाने की चेतावनी दी गई हैै। इस मामले में समुदाय का एक प्रतिनिधिमंडल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी मिल चुका है। दूसरी तरफ, विवाद बढ़ता देख पुलिस महकमा फिल्म निर्माता एवं मुस्लिम समुदाय के बीच सुलह-सफाए में लग गया है।
फिल्म ‘जुल्फीकार‘ के निर्देशक अवार्ड विनर डायरेक्टर सिरीजीत मुखर्जी और निर्माता श्री वेंकटेश हैं। दोनों मुख्यमंत्री बनर्जी के चहीते हैं। विवाद उठने के बाद मुख्यमंत्री ने दोनों को विवादास्पाद सिन काटने के बाद ही फिल्म रिलीज करने के निर्देश दिए हैं।
सिनेमाघरों में फिल्म का जो ट्रेलर दिखाया जा रहा है, उससे जाहिर तो है कि इसके सारे मुख्य किरदार मुस्लिम हैं और सभी किसी न किसी अपराध में लिप्त हैं। जुल्म में दिखाने की कोशिश की गई है कि देश के साउथ-वेस्ट इलाके में अल्पसंख्यकों की खासी संख्या है जिनकी छवि कुछ ठीक नहीं। ट्रेलर देखने के बाद बंगाल का मुस्लिम समुदाय बिदका हुआ है। आल बंगाली माइनारिटी यूथ फेडरेशन का कहना है कि फिल्म के अधिकांश संवाद एवं सिन मुसलमान और इस्लाम की छवि को धक्का पहुंचाने वाले हैं। इसे नहीं हटाने पर फिल्म नहीं चलने दी जाएगी। इस मसले को लेकर फेडरेशन का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिल चुका है।
पश्चिम बंगाल के सबसे बड़े त्योहार दुर्गा पूजा में कहीं फिल्म के कारण किसी तरह का बखेड़ा न खड़ा हो। इसके लिए पुलिस महकमा ने कोशिशें शुरू कर दी हैं। प्रतिष्ठित अगं्रेजी डेली ‘हिंदू‘ की रिपोर्ट की मानें तो फिल्म को लेकर खड़े हुए मसले को सुलझाने के लिए ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर इंटेलीजेंस दिलीप बंधोपाध्याय आगे आए हैं। वह फेडरेशन और फिल्म निमार्ता-निर्देशक के बीच समझौता कराने के प्रयास में हैं। इस को लेकर बंधोपाध्याय की फेडरेशन के कमरूज्जमा से बात हो चुकी है। प्रयास है दुर्गा पूजा के बाद फिल्म से विवादास्पद सिन और संवाद निकालने का, क्योंकि इतनी जल्द यह संभव नहीं। बंधोपाध्याय को बात बन जाने की उम्मीद है, जबकि कमरूज्जमा का कहना है कि वह अपनी मांग पर अड़े हैं। इस बारे में स्टेट माइनरिटी कमिशन के चेयरमैन इमतीयाज अली शाह का कहना है कि मुख्यमंत्री खुद मसले को देख रही हैं। इस लिए विवाद जल्द सुलटा लिया जाएगा।