फीफा वर्ल्ड कप : चिली से होशियार है ब्राजील

फीफा आलमी कप में नॉकआउट मुकाबले आज ( हफ्ते ) से शुरू हो रहे हैं। पहला मुकाबला मेजबान ब्राजील और चिली के बीच खेला जाएगा। मैच हारने वाली टीम वर्ल्ड कप से बाहर हो जाएगी। ऐसे में दोनों ही टीमों के लिए यह “करो या मरो” जैसी हालत होगी।

आंक़डों की बात करें तो ब्राजील का पल़ड़ा ज्यादा भारी नजर आता है। चिली ने आखिरी बार ब्राजील को साल 2000 में वर्ल्ड कप क्वालीफायर मुकाबलों में हराया था। ब्राजील और चिली 12 बार एक-दूसरे के खिलाफ खेल चुके हैं जिसमें दस मैचों में ब्राजील ने बाजी मारी है। चिली इससे पहले वर्ल्ड कप के आखिरी चार में जगह बनाने में 1962 में कामयाब रही थी।

उस वर्ल्ड कप की मेजबानी चिली ने ही की थी। काबिले जिक्र है कि उस वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में ब्राजील ने चिली को 4-2 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी और खिताब पर कब्जा भी जमाया था।

इसके बाद फ्रांस में खेले गए 1998 के वर्ल्ड कप के आखिरी-16 मुकाबले में भी ब्राजील ने चिली को 4-1 से हराकर टूनामेंट से बाहर किया था। जुनूबी अफ्रीका में खेले गए गुजश्ता वार्ल्ड कप के आखिरी -16 में भी दोनों टीमें एक-दूसरे के सामने आई थीं।

ब्राजील ने यह मुकाबला 3-0 से जीता था। इन आंक़डों के बावजूद इस वर्ल्ड कप में स्पेन को हराकर उलटफेर करने वाली जुनूबी अमेरिकी टीम चिली को हल्के में लेना ब्राजील के लिए मंहगा साबित हो सकता है। गौरतलब है कि ब्राजील के कोच लुइस फिलिप स्कोलारी ने कुछ दिनों पहले ही कहा था कि उनका बस चले तो वह चिली के इलावा किसी और टीम के खिलाफ खेलना पसंद करेंगे।

इससे पता चलता है कि ब्राजील भी चिली को लेकर बेहद अलर्ट है। ब्राजील के स्टार खिल़ाडी नेमार पर मेजबान टीम की ब़डी उम्मीदें टिकी होंगी। दूसरी ओर चिली के खिल़ाडी गेरी मेडेल और अर्तुरो विडाल ने जुमेरात को प्रैक्टिस सेशन में हिस्सा नहीं लिया लेकिन हफ्ते के रोज़ होने वाले मुकाबले में दोनों के खेलने के इम्कान है।