फीफा वर्ल्ड कप फाइनल: करीब 200 देशों के एक अरब लोग देखेंगे मैच!

एक महीने पहले 32 टीमों के साथ शुरू हुआ फीफा विश्व कप का रोमांच अब फ्रांस और क्रोएशिया के बीच रविवार को लुज्निकी स्टेडियम में होने वाले खिताबी मुकाबले तक सिमटकर रह गया है।

क्रोएशिया की टीम अपने खेल इतिहास की सबसे बड़ी उपलब्धि हासिल करने की कगार पर है तो वहीं पूर्व चैंपियन फ्रांस इस महा भिड़ंत में इतिहास दोहराने के लिए तैयार है। दो साल पहले यूरो कप के फाइनल में मिले हार के दर्द को फ्रांसीसी टीम अब तक नहीं भूल पाई है और वह उसे कही से भी दोहराने के मूड में नहीं है।

फ्रांस और क्रोएशिया के बीच होने वाले फाइनल को दुनिया भर में 200 से ज्यादा देशों में एक अरब से ज्यादा लोगों के देखने की संभावना है। जबकि ओवरऑल भी इस बार नया रिकॉर्ड बनने की संभावना है।

ब्राजील में हुए पूरे विश्व कप मैचों को 3.2 अरब लोगों ने देखा था जबकि ऑनलाइन और मोबाइल सर्विस के जरिए देखने वालों की संख्या 280 मिलियन से ज्यादा थी। इस बार रविवार को जब विश्व कप फाइनल होगा तो उसी समय विंबलडन टेनिस का पुरुष एकल फाइनल भी होगा। माना यही जा रहा है कि विश्व कप विंबलडन टेनिस पर भारी पड़ सकता है।

यूं तो क्रोएशिया की टीम को फाइनल तक पहुंचाने में पूरी टीम की अहम भूमिका रही है, लेकिन महज पांच फुट आठ इंच की लंबाई वाले कप्तान लुका मॉड्रिक का जवाब नहीं है, जो कि फाइनल में अपना 112वां अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेलने उतरेंगे।

चैंपियंस लीग खिताब में रीयल मैड्रिड की टीम का अहम हिस्सा रहे मॉड्रिक अपने करियर का सबसे बड़ा मुकाबला खेलने उतरने जा रहे हैं और उन्हें मौजूदा समय में दुनिया का सर्वश्रेष्ठ मिडफील्डर माना जा रहा है। फ्रांस को पता है कि मॉड्रिक को शांत रखना उसके लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी, जिसके लिए उसके मिडफील्डर एंगोलो कांटे सबसे अहम कड़ी होंगे।

कांटे आक्रमण को बड़े आराम से टैकल करना जानते हैं जिसे उन्होंने बेल्जियम के खिलाफ सेमीफाइनल में भी दिखाया था। मिडफील्ड में खेलने के बावजूद वह फ्रांस के डिफेंडरों को व्यवस्थित होने के लिए ज्यादा समय देते हैं।

साभार- ‘न्यूज 24’