फुटपाथ पर ज़िंदगी गुज़ारने वाली ख़ातून को सहारा मिल गया

मराठी मैगज़ीन की साबिक़ ऐडीटर 65 साला सुनीता नाविक जो एक गुरुद्वारा के बाहर फुटपाथ पर गुजिश्ता दो माह से अपनी ज़िंदगी गुज़ार रही थी, उसे एक रहमदिल जोड़े ने सहारे की पेशकश की।

मीडिया से बात करते हुए सुनीता नायक ने कहा कि वो अब फुटपाथ पर नहीं रहती। उस रहमदिल जोड़े ने मुझे सहारा दिया है और मुझे एक ठिकाना मिल गया है। उस रहमदिल जोड़े का नाम ग्रेगोरी और क्रिस्टियन मसकीटा है जो विले पार्ले में मुक़ीम हैं। मीडिया रिपोर्टस के ज़रिया उस जोड़े को सुनीता नायक की मुश्किलात के बारे में पता चला कि किस तरह वो वरसवा में आराम नगर गर्दा विरह के बाहर फुटपाथ पर ज़िंदगी गुज़ार रही है।

सुनीता नायक ने कहा कि वो रहमदिल जोड़े के साथ रहते हुए बेहद ख़ुश है।