लंदन 10 फरवरी : फुटबॉल की आलमी तंज़ीम फ़ीफ़ा के सदर सैप ब्लाटर ने माना कि दुनिया के मक़बूल तरीन खेल को धोका बाज़ों से पूरी तरह महफ़ूज़ नहीं रखा जा सकता। उन्हें धोका बाज़ी और जालसाज़ी से रोकना नामुमकिन होगा। यूरो पुलिस की जानिब से चैम्पियनस लीग समेत आलमी सतह पर फुटबॉल मुक़ाबलों में फिक्सिंग और गै़रक़ानूनी सट्टेबाज़ी के इन्किशाफ़ के बाद उन्होंने कहा कि धोके बाज़ों को कभी नहीं रोका जा सकेगा।
4 अफ़्रीक़ी ममालिक के दौरे के दौरान मारीतानीया में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि फुटबॉल के खेल में मन पसंद नताइज हासिल करने का अमल नया हरगिज़ नहीं है। हम इस हक़ीक़त से पहले ही वाक़िफ़ थे। इस जुर्म की पुश्तपनाही करने वाले मुनज़्ज़म जराइमपेशा गिरोहों को पकड़ना बहुत मुश्किल है।
सैप ब्लाटर ने कहा कि यूरो पुलिस ने जिन मुक़ाबलों का ज़िक्र किया है हमने पहले ही उनके बारे में तहक़ीक़ात मुकम्मल करली हैं और इन में बहुत से मुक़ाबलों के मुक़द्दमात अदालत में ज़ेर दौरान हैं। दूसरी जानिब आलमी सतह पर फुटबॉल में मैच फिक्सिंग में सिंगापुर से ताल्लुक़ रखने वाले तान सीट अंग को मर्कज़ी किरदार माना जा रहा है।
तान सीट सिंगापुर में एक बड़े ताजिर की शौहरत रखते हैं और शाहाना ज़िंदगी गुज़ारते हैं। उन पर 2011 में भी बिक मेकिंग के सिलसिले में सक का इज़हार किया गया था ताहम उन्हों ने इस मौक़ा पर एक इंटरव्यू में ख़ुद को मासूम क़रार देते हुए कहा था कि ना जाने मेरा नाम क्यों आलमी सतह पर मैच फिक्सर के तौर पर लिया जा रहा है। अगर मेरे ख़िलाफ़ कोई सबूत मौजूद हैं तो में अदालत में इन का सामना करने और ख़ुद को बेक़सूर साबित करने के लिए तैयार हूँ।