फुटबॉल शायक़ीन(चाहने वाले) के चेहरे पर पेंट करने की मुमानअत

ताशकंद 1 मार्च : उज़बेकिस्तान में नए ज़ाबता अख़लाक़ के मुताबिक़ फुटबॉल के शायक़ीन पर जिस्म के किसी भी हिस्से या चेहरा पर पेंट या नक़्शे निगारी करने, जानवरों और शराब लाने पर पाबंदी आइद करदी है । उज़बेकिस्तान के वज़ीर खेल‌ और खेल ने नए तरीके की मंज़ूरी और सख़्ती से अमल‌ करने का हुक्म दिया ।

क़ानून के तेहत शायक़ीन पर जिस्म के किसी भी हिस्से या चेहरे पर रंग करवाने, हतक आमेज़ पोस्टर (जिस में मज़हबी या नसली इंतिहापसंदी की अलामत हो)और शराब के साथ मैदान में दाख़िला मना होगा । वो अपने साथ झंडे ड्रम और बैनर्ज़ लासकते हैं । ख़िलाफ़वरज़ी करने की सूरत में शायक़ीन स्टेडीयम में दाख़िल नहीं हो सकीं गे, टिकट के पैसे वापिस नहीं किए जाऐंगे और क़ानूनी कार्रवाई भी की जाएगी ।

उज़बेकिस्तान एक मुस्लिम रियासत है जहां चेहरे या जिस्म के किसी भी हिस्से पर पेंट करवाना पसंद नहीं किया जाता । वाज़ह रहे कि उज़बेकिस्तान के 2011 में वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद फुटबॉल वस्त एशिया में बहुत मक़बूल होचुका है ।