अमेरिका: ऐसा सिर्फ भारत में नहीं है की मुसलमानों को बदनाम करने के लिए आरएसएस हर तरह की संभव कोशिश कर रहा है। दुनिया भर में जहाँ भी आरएसएस का ज़ोर चलता है,
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जहाँ-जहाँ भी इस संस्था से जुड़े लोग बसे हुए हैं वहां-वहां इस संस्था के सदस्य मुस्लिमों को बदनाम करने की साजिशें रचते ही रहे हैं।
ऐसी ही एक साजिश अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया में जहाँ आरएसएस के लोगों की एक लॉबी ने कैलिफ़ोर्निया स्टेट बोर्ड ऑफ़ एजुकेशन में भारत में मुसलमानों की तरफ से फैलाये जा रहे आतंक और धर्म परिवर्तन की झूठी कहानियां बनाकर स्कूल पाठ्यक्रम में शामिल करवा लीं।
लेकिन झूठ तो आखिर झूठ ही रहेगा, कुछ वक़्त तक इस्लाम के विरुद्ध बातें पढ़ा कर स्टेट एजुकेशन बोर्ड के सदस्यों को इस्लाम के बारे में ली गई इस जानकारी पर शक हुआ तो उन्होंने उक्त सिलेबस में शामिल किये गए आर्टिकल्स और जानकारी को दोबारा से रिसर्च करने का काम एक नई टीम को दिया जिसमें कई देशों और यूनिवर्सिटियों में काम करने वाले अलग अलग धर्मों से ताल्लुक रखने वाले प्रोफेसर और रिसर्चर शामिल थे।
इस बार की रिसर्च के बाद यह बात सामने आई कि बोर्ड के सिलेबस में जो चीज़ें इस्लाम के खिलाफ पढ़ाई जा रही हैं वो गलत और बेबुनियाद हैं। रिसर्च टीम की रिपोर्ट बोर्ड कमेटी के सामने पेश किए जाने बाद बोर्ड अधिकारियों ने तुरंत इस सामग्री को किताबों से हटा लिए जाने का हुक्म दिया और अपने इस फैसले पर एक नोट देते हुए लिखा: ” हमारे सिलेबस में पहले इस्लाम के बारे में जो पढ़ाया जाता रहा है उस पाठ्यक्रम में इस्लाम को गलत रौशनी में दर्शाया गया है। रिसर्चर्स की टीम ने बोर्ड को गलत और एक तरफ़ा जानकारी दी थी जिसकी वजह से इस्लाम के बारे में पढ़ रहे स्टूडेंट्स को गलत जानकारी मिल रही थी, नयी रिसर्च से सही तथ्य सामने आये हैं अतः गलत तथ्यों को किताबों से हटा लिया गया है। हम अपने पाठ्यक्रम में ऐसा कुछ नहीं रखना चाहते जिसमें तथ्यों को तरोड़ मरोड़ कर पेश किया गया हो”