लालू प्रसाद ने कहा कि नरेंद्र मोदी फेल होंगे और नीतीश कुमार का भी क्लोजिंग चैप्टर चल रहा है। रियासत कैबिनेट की तौसिह स्टॉप गैप अरेजमेंट (गैप भरने की फौरी निज़ाम) है। वजीरे आजम दफ्तर और रियाहिशगाह दोनों जगहों से मीडिया को हटा दिया गया।
मतलब समझना होगा, दाल में कुछ काला है। जुमेरात को अपने रिहाइशगाह पर पार्टी के रियासत भर के अहम लीडरों के साथ तजवीज बैठक के बाद प्रेस से बातचीत में मिस्टर प्रसाद ने कहा कि मंडलवादी ताकतों को होशियार रहना होगा। आवाम ने मोदी के वादों को लिखकर रखा है।
खासकर ऐसे नौजवानों ने जिन्हें रोजगार देने का ख्वाब दिखाया गया। स्विस बैंक से पैसा लाने का मामला हो या महंगाई रोकने का हर माोर्चे पर यह हुकूमत फेल होगी। उसके बाद वह असली मुद्दों से भटकाने के लिए दफा 370 और बंगलादेशी घुसपैठ जैसे मामले उठाना शुरू करेगी।
एक सवाल पर कहा कि हम कैसे हारे यह सवाल नहीं है, अभी सवाल यह है कि वे कैसे जीते। आरएसएस और कॉरपोरेट के तबलीग निज़ाम से अवाम धोखे में आ गई। मिस्टर प्रसाद ने कहा कि लोकसभा इंतिख़ाब में नीतीश कुमार भाजपा से नहीं हमसे ही लड़ते रहे। हमारे लोगों ने जमकर हमें वोट किया, लेकिन उनका बुनियादी वोट भी उनके साथ नहीं रहा। कई जगह उनलोगों ने हमें हराने के लिए भाजपा को वोट किया। यही वजह है कि 25 सीटों पर उनकी जमानत नहीं बची।
बावजूद भाजपा की साजिश को रोकने के लिए हमने उनकी हुकूमत को बिना शर्त हिमायत दिया। बाद में हमें यह कहकर बेइज्ज़त किया गया कि किसी ने हिमायत की मांग नहीं की थी। इतना ही नहीं वह हमारी पार्टी भी तोड़ने में जुटे हैं। खैर, हमारे बुजुर्ग भी बेइज्ज़त होते रहे हैं। लेकिन इसका बदला कारकुनाना लेंगे। अली अशरफ फातमी से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि दो साल राज्यसभा में रहने के लिए उन्होंने अपना उसूल बेच दिया।