चुनाव अभियान में फेसबुक डाटा चुराने का मामला अब देश में तूल पकड़ता जा रहा है। विवादास्पद कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका द्वारा अमेरिका सहित कई देशों में चुनाव के दौरान फेसबुक के जरिए डाटा चोरी के आरोप है। वहीं कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच आरोप प्रत्यारोप के बाद अब जनता दल यूनाइटेड के केसी त्यागी भी फंसते नजर आ रहे हैं। इस मामले में जेडीयू ने पार्टी के वरिष्ठ नेता के सी त्यागी से जवाब मांगा है।
वरिष्ठ नेता केसी त्यागी का नाम इस मामले आने की वजह उनके बेटे अमरीश त्यागी है। बता दें कि अमरीश एससीएल इंडिया के प्रमुख हैं। भारत में क्रैम्ब्रिज एनालिटिका एससीएल इंडिया से जुड़ा है। इसकी वेबसाइट के मुताबिक यह लंदन के एससीएल ग्रुप और ओवलेनो बिजनेस इंटेलिजेंस (ओबीआई) प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर काम करती है। डोनाल्ड ट्रंप के चुनावी अभियान में शामिल होने की बात अमरीश त्यागी पहले ही बता चुके हैं।
बुधवार को भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद और कांग्रेस ने जहां एक दूसरे पर इस मामले में जमकर हमला बोला और डाटा चोरी मामले में मिली भगत होने की बात कही थी। वहीं कंपनी पर आरोप लग रहा है कि चुनाव जिताने के लिए कई अनैतिक तरीकों का सहारा लिया। अमेरिका चुनाव में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के लिए माहौल बनाने के लिए फेसबुक के 5 करोड़ लोगों के डाटा चुराए।
JD(U) seeks explanation from KC Tyagi over data leak issue. #CambridgeAnalytica pic.twitter.com/Cbyx7GfcDL
— ANI (@ANI) March 22, 2018
ओवलेनो की वेबसाइट के मुताबिक इसके 300 स्थायी कर्मी और 1400 से ज्यादा परामर्शदाता भारत के 10 राज्यों में काम करते हैं। बता दें कि एससीएल-ओबीआई कई तरह की सेवाएं देती है, उनमें से एक है ‘पॉलिटिकल कैंपेन मैनेजमेंट’। चुनाव के दौरान कंपनी सोशल मीडिया के लिए रणनीति तैयार करती है, चुनावी अभियानों और मोबाइल मीडिया का मैनेजमेंट भी देखती है।
सोशल मीडिया की सेवाओं के तहत यह कंपनी ‘ब्लॉगर और प्रभावशाली मार्केटिंग’, ‘ऑनलाइन दुनिया में नेता और पार्टी की छवि निर्माण और सोशल मीडिया अकाउंट भी मैनेज करती है।