फेसबुक पोस्‍ट लिखकर उठाए मुस्लिमों के विश्‍वास पर सवाल, हुई 5 साल की जेल

फेसबुक पर मुस्लिमों की आस्था पर सवाल उठाने पर एक शख्स को सजा मिली है। मामला इंडोनेशिया का है जहां 39 वर्षीय एलनोल्डी बाहारी को सोमवार (30 जनवरी) को हेट स्पीच फैलने के मामले में दोषी पाया गया और 5 साल के लिए जेल भेज दिया गया। बाहारी पर भारी जुर्माना लगाया गया जो कि भारतीय मुद्रा के हिसाब से करीब पौने पांच लाख रुपये बैठता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बाहारी ने ईश्वर की मौजूदगी के अनुभव का दावा किया था और दूसरे मुसलमानों के विश्वास पर सवाल उठाया था। बाहारी को इंडोनेशिया के नए विवादास्पद इलेक्ट्रॉनिक सूचना कानून के तहत सजा मिली है। बाहारी के वकील एंडी कोमारा के मुताबिक इस मामले में कई तथ्यों को तोड़ा-मरोड़ा गया है, अदालत के फैसले से इंडोनेशिया के नरमदलीय इस्लाम के लिए डर पैदा होगा और इसके तेजी से उग्र लोगों के प्रभाव में आने का खतरा बढ़ गया है।

पश्चिम जावा प्रांत के कस्बे पांडेगलांग के रहने वाले बाहारी के खिलाफ दिसंबर 2017 में ईश निंदा और घृणित भाषण के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया था। बाहारी के खिलाफ स्थानीय मिलिटेंट इस्लामिक डिफेंडर फ्रंट (एफपीआई) ने शिकायत दर्ज कराई थी।

हालांकि ईश निंदा के आरोप बाद में खत्म कर दिए गए थे, लेकिन इलेक्ट्रॉनिक सूचना कानून के तहत बाहारी घृणित भाषण के लिए खुद को जेल जाने से नहीं बचा पाए।

अदालत ने जब इस मामले में फैसला सुनाया, उस वक्त एफपीआई के कई प्रदर्शनकारी अदालत के बाहर इकट्ठा हुए थे। अधिकारों के लिए लड़ने वाले समूह लंबे समय से इंडोनेशिया के विवादास्पद मानहानी कानूनों के खिलाफ अभियान चलाते आ रहे है, जिनके लिए उनकी दलील है कि वे गैर जरूरी और अस्पष्ट  हैं और वे अधिकारियों और धनी लोगों को अलोचकों और अल्पसंख्यकों को अपराधी बनाने की अनुमति देते हैं। बता दें कि सोमवार को भारत में भी एक पत्रकार को कथित तौर पर फेसबुक पर विवादित कार्टून चस्पा करने पर देशद्रोह का मुकदमा लगाया गया। छत्तीसगढ़ के पत्रकार कमल शुक्ला पर आरोप है कि उन्होंने देश की न्यायपालिका और सरकार के खिलाफ अपमानजनक कार्टून पोस्ट किया था।