फ्रेंड्स क्लब में छापेमारी

पटना सिटी 4 मई : हाय! तुम कहां हो, मैं तुमसे मिलना चाहती हूं, वह भी अकेले में। कुछ पल साथ रहेंगे। कुछ ऐसे ही अंदाज में फ्रेंड्स क्लब चलानेवाले आदरे का खुलासा पुलिस ने जुमे की शाम छापेमारी कर किया। झांसे में कम उम्र के लड़के फंस रहे थे। बदले में नवजवानों से क्लब के ऑपरेटर मोटी रकम अलग-अलग बैंक एकाउंट में डलवाते थे। पकडे गये लड़ा और लकड़ी से पुलिस पूछताछ कर रही है।

सीनियर पुलिस अह्ल्कर मनु महाराज के हेदायत पर जुमे की शाम पटना पुलिस की खुसूसी टीम खाजेकलां थाना इलाका के मग्रीबी दरवाजा के पास ताक़त कशिश फ्रेंड्स क्लब में छापेमारी को पहुंची। खुसूसी टीम के साथ चौक और खाजेकलां की पुलिस भी थी। सरप्राइज रेस्टोरेंट कैंपस में काम फ्रेंड्स क्लब में जब पुलिस पहुंची, तब वहां सिर्फ तीन कुरसियां, दो टेबुल और मोबाइल फोन थे, जबकि लड़के और लड़कियां बैठे मिले।

पुलिस टीम को इन दोनों ने काफी देर तक बरगलाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद थोड़ी देर बाद ही मामला खुल गया। छापेमारी में पकड़ा गया 18 साला रोहित बिहारशरीफ का रिहायसी है, जबकि 18 साला लड़की पटना में रहती है। पुलिस ने रेस्टोरेंट के ऑपरेटर ऋषभ को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। पुलिस ने बताया कि नये लड़कों को फहस बातें कर उन्हें फंसाया जाता था। फिर अकेले में मिलने का झांसा देकर अलग-अलग एकाउंट में पांच से दस हजार रुपये डलवाये जाते थे। इतना ही नहीं हर दिन बदल जाता था मोबाइल नंबर। एकाउंट में रुपये जमा होने के बाद मोबाइल पर बात करनेवाली लड़की के मोबाइल का स्विच ऑफ हो जाता था।