अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के मोतमिद उमूमी बांकी मौन ने बंगला देश की बड़ी सियासी पार्टीयों पर ज़ोर दिया है कि जनवरी में मुक़र्रर पारलीमानी इंतेख़ाबात से क़बल सब्र-ओ-तहम्मुल इख़तियार करें। मोहलिक तशद्दुद की ताज़ा लहर के दौरान 18 जानें ज़ाए हो चुकी है। बांकी मौन ने बंगला देश में तशद्दुद की ताज़ा लहर पर ईज़हार-ए-तशवीश करते हुए तमाम बड़ी सियासी पार्टीयों से अपील की कि जनवरी में मुक़र्रर आम इंतेख़ाबात के पेशे नज़र तमाम सियासी पार्टीयां सब्र-ओ-तहम्मुल का मुज़ाहरा करें।
उन्होंने तमाम मुताल्लिक़ा अफ़राद से क़ानून की हुक्मरानी का एहतेराम करने और अपने नज़रियात का पुरअमन अंदाज़ में इज़हार करने की अपील की। उनके तर्जुमान ने कहा कि बांकी मौन को उम्मीद है कि हालिया इक़दामात से मुज़ाकरात का आग़ाज़ होजाएगा और तमाम सियासी पार्टीयां साज़गार ,क़ाबिल-ए-एतेबार और पुरअमन इंतेख़ाबात का माहौल यक़ीनी बनाईंगी। बांकी मोनिका ये तबसरा बंगला देश में ग़ैर मुल्की क़ासिदों की कसीर तादाद में मौजूदगी के पेशे नज़र एहमीयत रखता है जो ग़ैर यक़ीनी सूरत-ए-हाल के पेशे नज़र जनवरी में मुक़र्रर आम इंतेख़ाबात के मुस्तक़बिल के सिलसिले में हालात का जायज़ा लेने बंगला देश पहुंचे हैं।
बांकी मौन क़ब्लअज़ीं वज़ीर-ए-आज़म शेख़ हसीना और उनकी कट्टर हरीफ़ बी एन पी की सदर ख़ालिद ज़िया से अपने इख़तिलाफ़ात दूर करने की अपील करचुके हैं। उनकी तक़लीद करते हुए वज़ीर-ए-ख़ारिजा अमरीका जान कैरी ने भी दोनों आली सतही क़ाइदीन को मुक्तो बात रवाना किए हैं। बांकी मौन ने बंगला देश की दोनों बड़ी पार्टीयों पर ज़ोर दिया कि वो जल्द अज़ जल्द बाहमी इत्तेफ़ाक़ राय पैदा करलीं।