बंगला देश में मसाजिद, मदरसों की निगरानी शुरू

अस्करीयत पसंदों (उग्रवादीयों)और इंतहापसंदों से ख़तरे के पेशे नज़र बंगला देश ने मसाजिद और मदरसों की निगरानी के लिए मुल्क गीर प्रोग्राम शुरू किया है ताकि यक़ीनी बनाया जा सके कि उल्मा ममलकत के ज़ेर-ए-इंतिज़ाम इस्लामिक फ़ाउनडेशन के जारी करदा रहनुमा या ना ख़ुतूत की तामील करें।

इस्लामिक फ़ाउनडेशन के डायरेक्टर जनरल शमीम मुहम्मद अफ़ज़ल ने पी टी आई को बताया कि हम ने इस्लामी उलूम का पस-ए-मंज़र रखने वाले हमारे 40,000 स्टाफ़ को मसाजिद पर नज़र रखने और ये देखने की ज़िम्मेदारी सौंपी है कि

आया अइम्मा और ख़ुत्बा-ए-हक़ीक़ी इस्लामी तालीमात की मुताबिक़त में अस्करीयत पसंदी के ख़िलाफ़ हमारे पिया मात को पेश कर रहे हैं। उन्हों ने कहा कि फ़ाउनडेशन स्टाफ़ हफ़ता वारी ईद उल मुमनीन जुमा के इजतिमाआत में शामिल हुआ करेगा

जहां अइम्मा से तवक़्क़ो की जा रही है कि वो मज़हबी इंतिहापसंदी और अस्करीयत पसंदी के ख़िलाफ़ ख़ुतबात देंगे और नफ़रत और तशद्दुद(हिंसा) के ख़िलाफ़ जज़्बा-ए-मुहब्बत को उजागर करेंगे।