बंगलुरु पुलिस को नहीं मिले मौलाना अंजर शाह के ख़िलाफ़ कोई सुबूत

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बंगलुरु :दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मौलाना अंजर शाह को मुब्यना तौर पर दहशतगर्दों के साथ ताल्लुक़ात रखने और नफ़रतअंगेज़ ब्यान देने के लिए बंगलुरु से गिरफ़्तार किया था |लेकिन बंगलुरु पुलिस को उनके ख़िलाफ़ कोई सुबूत नहीं मिला है | तफ़्तीशकारों को उनके ख़िलाफ़ कोई पुख्ता सुबूत नहीं मिल पाने की वजह से उनके ख़िलाफ़ कोई मुक़दमा दर्ज नहीं किया गया है |

पुलिस कमिश्नर N.S. Megharikh ने बताया की “मक़ामी पुलिस गुज़िश्ता कई महीनों से उनके नफ़रतअंगेज़ ब्यान देने की वजह से उन पर नज़र रखे हुए थी लेकिन पुलिस को उनके दहशतगर्दों के साथ ताल्लुक़ात के बारे में नहीं मालूम था | हमें उनके दहशतगर्दी में मुलव्विस होने के बारे में कोई सुबूत नहीं मिले हैं” |

उन्होंने दिल्ली पुलिस की तरफ़ से जमा किये गये सुबूत की बुनियाद पर उन्हें गिरफ़्तार करने के दिल्ली पुलिस के फैसले को सही ठहराया |

मक़ामी पुलिस ने मस्जिद कमेटी के अराकीन से उनके बारे में तफ्सीलात तलब की थी | लेकिन इससे पहले ही दिल्ली पुलिस ने दहशतगर्दों के साथ ताल्लुक़ात रखने के लिए पुख्ता सुबूत इकट्ठा कर उनको गिरफ्तार कर लिया |

क़ासमी, बंगलौर में शिवाजी नगर के रिहाइशी हैं , और उन्होंने उत्तर प्रदेश में देवबंद में तालीम हासिल की है | वह एक मदरसा में पढ़ाते हैं और उन्होंने कई मस्जिदों में इमाम और ख़तीब के तौर पर ख़िदमत को अंजाम दिया है |

उनके दो बेटे और एक बेटी है | एक बेटा शादीशुदा है और दूसरा मदरसे में पढता है | वह ख़ुद अल क़ायदा के बानी सरबरा ओसामा बिन लादेन से मुतास्सिर हैं |

वह अक्सर जुमे के ख़ुत्बे में नफ़रतअंगेज़ ब्यान दिया करते थे, Banashankari में मक्का मस्जिद में क़ासमी मुबल्लिग थे ,के सरबराह नयाज़ पाशा ने कई बार ख़बरदार किया था कि दूसरे मज़हब को निशाना न बना कर सिर्फ क़ुरान मजीद पर मुब्नी ख़ुत्बा दिया करें |

वह अकसर गुजरात, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, चेन्नई, कर्नाटक, कोलकाता, लखनऊ, झारखंड और मुल्क की मुख्तलिफ़ रियासतों में अपने दौरे के दौरान नफ़रतअंगेज़ बयान दिया करते थे |