दार्जिलिंग से अर्धसैनिक बलों को हटा कर बंगाल को अस्थिर बनाने की साजिश: ममता बनर्जी

कोलकाता:  मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से आग्रह किया कि दार्जिलिंग की पहाड़ियों से सुरक्षा बलों को नहीं हटाया जाए। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र पर राज्य को अस्थिर करने का आरोप भी लगाया।

ममता ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय बलों की वापसी पर मोदी और सिंह को पत्र भेजे हैं। उन्होंने कहा, ‘मैंने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को पत्र लिखा है तथा उनसे  से बलों को वापस नहीं बुलाने का आग्रह किया है।’
वह दार्जिलिंग पर एक सर्वदलीय बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए ममता ने कहा मैंने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को पत्र लिखा है तथा उनसे  से पहारों से सुरक्षा बलों को वापस नहीं बुलाने का आग्रह किया है।ममता ने बलों को वापस बुलाए जाने के फैसले को एकतरफा और दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए आरोप लगाया, ‘केंद्र सरकार बीेजेपी पार्टी कार्यालय से चलाई जा रही है। यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र सरकार ने पहाड़ियों से बलों को वापस बुलाने का काफी खराब और एकतरफा फैसला किया। उन्होंने केंद्र और बीजेपी पर साजिश रचने का आरोप लगाया वे लोग बंगाल को अस्थिर करने के लिए साजिश कर रहे हैं ताकि हिंसा होती रहे।
उन्होंने दार्जिलिंग से बीजेपी सांसद एस एस अहलूवालिया पर जीजेएम प्रमुख बिमल गुरुंग को क्षेत्र में गड़बड़ी करने में मदद देने का आरोप लगाया। बिमल पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि वह उत्तर-पूर्व में आतंकी संगठनों से जुड़े हुए हैं और उन्हें बांग्लादेश और नेपाल से सहायता मिलती है।
इस से पहले ममता बागी नेता और गोरखा क्षेत्रीय प्रशासन के प्रशासकों के बोर्ड के अध्यक्ष बिनय तमांग और दार्जिलिंग के तीन विधायकों से राज्य सचिवालय में मिलीं। बनर्जी ने मुलाकात सकारात्मक बताया। उन्होंने जानकारी दी कि 21 नंबर को दार्जिलिंग पर एक सर्वदलीय बैठक पिन्टल गांव में होगी। उन्होंने कहा कि शांति स्थापित करने के लिए सभी मिलकर काम करेंगे।