अब जबकि गाँव वाले उसकी वापसी के मुख़ालिफ़ हैं, वो क़बाइली लड़की जिसकी मुबय्यना तौर पर ज़िला बीरभूम में पंचायत के हुक्म पर इजतिमाई इस्मत रेज़ि की गई, उसे इसके गाँव के क़रीब रियासती हुकूमत की जानिब से नौकरी एमजी एन आर आइज़् के तहत और एक मकान फ़राहम किया जाएगा।
इंदिरा आवास योजना के तहत मकान इसके गाँव के क़रीब बस्ती में तामीर किया जा रहा है क्योंकि गाँव वाले उसकी वापसी के मुख़ालिफ़ हैं, मग़रिबी बंगाल की वज़ीर-ए-बहबूद ख़वातीन और इतफ़ाल शशी पांजा ने आज इसके साथ मज़ीद कहा कि उसे पुलिस तहफ़्फ़ुज़ फ़राहम किया गया है।
शशी ने यहां एक प्रोग्राम के मौक़े पर कहा, हम ने उस लड़की से बात की है। वो पहले रोज़ाना की उजरत पर काम करती थी और हम ने उसे नौकरी फ़राहम करने का सोचा। लेकिन चूँकि तालीमी क़ाबिलीयत की कसौटी पूरी नहीं हुई, इस लिए इस ने एमजी एन आर आईज़् स्कीम के तहत काम से इत्तेफ़ाक़ किया है।
20 साला लड़की जिसे 21 जनवरी को मुबय्यना तौर पर 13 अफ़राद बिशमोल कम्यूनिटी सरबराह ने गैंग रेप का शिकार बनाया, उसे दवाख़ाने से कल डिस्चार्ज किया गया और एक सरकारी मस्कन बराए गरबा-ए-को भेज दिया गया।