कोलकाता। पश्चिम बंगाल में आरएसएस की ओर से राम नाओमी समारोह बड़े पैमाने पर मनाने की घोषणा पर सीधे टिप्पणी से परहेज करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि वह हिन्दू और मुसलमानों के बीच फूट डालने के प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेंगी।
पश्चिमी मदनीपूर के खड़कपूर में एक रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल में हिंदू और मुसलमान मिलकर साथ रहते हैं.इस लिए राम नाओमी की समारोह को किसी भी धर्म के मानने वाले के खिलाफ भड़काने के लिए इस्तेमाल नहीं होने दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए कहा कि कृषि भूमि पर रेन्यु जमा करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि इस योजना के कारण राज्य के खजाने पर 120 करोड़ से 200 करोड़ तक का बोझ बढ़ेगा मगर किसानों के लाभ के लिए इस योजना को लागू किया जाएगा।
खड़कपूर विधानसभा क्षेत्र जहां से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष सफल हुए हैं, वहां से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि भगवा पार्टी केवल सांप्रदायिक हिंसा फैलाने की कोशिश कर रही है। मगर मैं आप सभी से अपील करती हूं कि उनके बहकावे में न आएं और राम नाओमी समारोह को शांतिपूर्ण तरीके से मनाएं। भाजपा पर धर्म के नाम पर राजनीति करने और सांप्रदायिकता कार्ड खेलने का आरोप आयद करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि वह सभी धर्मों के साथ समान व्यवहार में विश्वास रखती हैं।
किसी एक विशेष धर्म को दूसरे धर्म में प्राथमिकता देना या फिर उसके नाम पर राजनीति करना इस भगवा पार्टी का सिद्धांत है. हम लोग सभी धर्मों के सुख और त्योहारों के अवसर पर शरीक होते हैं. बंगाल में सांप्रदायिकता की राजनीति और धर्म के नाम पर विभाजित करने की कोशिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा.यदि कोई व्यक्ति दंगे कराने की कोशिश करेंगे तो सरकार उस पर सख्त कार्रवाई करेगी।