बंदूक नहीं तरक़्क़ी से खत्म होगा उग्रवाद : हेमंत

वजीरे आला हेमंत सोरेन ने कहा कि बंदूक से नहीं, पूरी तरक़्क़ी से ही मसला का तशख़ीस हो सकता है। इस साल उग्रवाद के खिलाफ कई कामयाबियाँ हासिल हुई हैं। नक्सली वारदातों में कमी आयी है। मेन स्ट्रीम से भटके लोगों ने सरेंडर भी किया है। बहुत कुछ करना है। इसके लिए मरकज़ी हुकूमत से मदद चाहिए। चाहिए.

मिस्टर सोरेन गोवर्नर हाउस में मरकज़ी दाखला वज़ीर के साथ मुनक्कीद आला सतही बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने उग्रवाद से निबटने के लिए रियासती हुकूमत के कोशिशों की जानकारी दी। प्रेजेंटेशन भी दिया। कहा कि लोकसभा इंतिख़ाब के दौरान वोटिंग का फीसद बढ़ा था, जो मुहिम का ही रिजल्ट था। उन्होंने सरेंडर कर चुके भटके लोगों को इंसुरेंस सहूलत देने की मुतालबा मरकज़ से की। कहा कि रियासत के जो जिले आइएपी में शामिल नहीं हैं, उन्हें भी इक़्तेसादी मदद दी जाये। उन्होंने बीपीएल खानदानों और इंदिरा रिहाइशगाह की तादाद बढ़ाने की भी जरूरत बतायी।

वजीरे दाखला ने रियासती हुकूमत के कामों की तारीफ की। कहा कि हुकूमत नक्सल मसले के हल के लिए कोशिश मे लगे है। यहां के थाना की भी तारीफ की। मरकज़ी हुकूमत चाहती है कि नक्सल मसले का हल जल्द से जल्द हो।